न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वायु सेना के 127 विशेष बल के जवानों के प्रशिक्षण के पूरा होने के उपलक्ष्य में बीते शनिवार (12 फरवरी 2022) को गरुड़ रेजिमेंटल ट्रेनिंग सेंटर (Garuda Regimental Training Center-GRTC) वायुसेना स्टेशन चांदीनगर (Air Force Station Chandinagar) में मरून बेरेट सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान एयर वाइस मार्शल पीएस करकरे (वरिष्ठ अधिकारी प्रभारी प्रशासन, मुख्यालय पश्चिमी वायु कमान) मुख्य अतिथि थे।
कार्यक्रम में विंग कमांडर त्रिलोक शर्मा कमांडेंट जीआरटीसी (Wing Commander Trilok Sharma Commandant GRTC) ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और उन्हें गरुड की ट्रेनिंग से जुड़ी जानकारियां मुहैया करवायी। मुख्य अतिथि ने गरुड़ रेजिमेंटल ट्रेनिंग सेंटर से सफलतापूर्वक पास होने पर सभी गरुड़ को बधाई दी। युवा गरुड़ को संबोधित करते हुए, उन्होंने बदलते सुरक्षा परिदृश्य के साथ तालमेल रखने के लिये विशेष बलों के कौशल के प्रशिक्षण और सम्मान के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने सफल गरुड़ प्रशिक्षुओं को मरून बेरेट, गरुड़ प्रोफिशियंसी बैज और स्पेशल फोर्स (Special Forces) टैब प्रदान किए और शानदार प्रदर्शन करने वाले ट्रेनियों को ट्राफियां प्रदान की गयी। एलएसी सूर्यवंशी शिवचरण अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर की ट्रॉफी दी गयी।
पासिंग आउट समारोह के दौरान ‘गरुड़’ ने लड़ाकू फायरिंग, बंधक बचाव (Hostage Rescue), फायरिंग ड्रिल, हमला विस्फोटक, बाधा पार करने की ड्रिल, दीवार पर चढ़ना, फिसलना, रैपलिंग और सैन्य मार्शल आर्ट (Military Martial Arts) जैसे विभिन्न कौशल का प्रदर्शन किया।
बता दे कि मरून बेरेट सेरेमोनियल परेड गरुड़ के लिये गर्व और उपलब्धि का मौका है, ये कार्यक्रम उनकी ट्रेनिंग खत्म होने और और ‘यंग स्पेशल फोर्स ऑपरेटर्स’ के स्पेशल फोर्स में शामिल होने के बदलाव का प्रतीक है। जिस तरह से वायुसेना में गरूड़ है, ठीक उसी तर्ज पर सेना में पैरा कमांडों (Para Commando), नौसेना में मार्कोस (Marcos) और सीआरपीएफ में कोबरा (Cobra) है।