न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): कर्नल विप्लव त्रिपाठी (Martyr Colonel Biplab Tripathi) हाल ही में बीते शनिवार (13 नवंबर 2021) को मणिपुर में आतंकवादियों द्वारा घात लगाये गये हमले में शहीद हो गये। खास बात ये रही कि इस हमले में कर्नल के बेटे और उनकी पत्नी को भी निशाना बनाया गया। ऐसा पहली बार देखा गया कि किसी आंतकी हमले में फौजियों के अलावा उनके परिवार पर हमला किया गया।
कर्नल विप्लव त्रिपाठी अपने दादा किशोरी मोहन त्रिपाठी से प्रेरित होकर सेना में शामिल हुए थे। उन्होनें ही विप्लव को सेना की वर्दी पहनने और अपने देश की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया था। कर्नल विप्लव त्रिपाठी के मामा राजेश पटनायक ने बताया कि किशोरी मोहन त्रिपाठी स्वतंत्रता सेनानी (Freedom Fighter) और संविधान सभा के सदस्य भी थे। साल 1994 में उनका निधन हो गया, जब विप्लव 14 साल के थे, उन्होंने उन्हें अपने दादा के नक्शेकदम पर चलने और देश की सुरक्षा के लिये अपना जीवन समर्पित करने के फैसला लिया।
कर्नल त्रिपाठी असम राइफल्स की खुगा बटालियन (Khuga Battalion of Assam Rifles) के कमांडिंग ऑफिसर (Commanding Officer) थे। जिस दौरान उन घात लगाकर हमला किया, उस दौरान चार कर्मी मौके पर ही शहीद हो गये। मणिपुर में हुए इस हमले में कर्नल की पत्नी अनुजा और बेटा अबीर ने भी मौका-ए-वारदात पर दमतोड़ दिया।
विप्लव के चाचा ने ये भी खुलासा किया कि उनका अपने दादा किशोरी त्रिपाठी से काफी जुड़ाव रहा है। जब ज्ञानी जैल सिंह राष्ट्रपति थे तब विप्लव उनके साथ राष्ट्रपति भवन गये थे। कर्नल त्रिपाठी के पिता सुभाष त्रिपाठी 76 साल के हैं और एक स्थानीय अखबार में वरिष्ठ पत्रकार हैं, जबकि उनकी मां आशा त्रिपाठी एक सेवानिवृत्त लाइब्रेरियन हैं।
विप्लव मध्य प्रदेश के रीवा में सैनिक स्कूल (Sainik School) के छात्र थे और बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (National Defence Academy - NDA) में शामिल हो गये। इसके बाद उन्होनें देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (Indian Military Academy -IMA) में ट्रेनिंग हासिल की और रानीखेत में कुमाऊं रेजिमेंट (Kumaon Regiment) में लेफ्टिनेंट (Lieutenant) के तौर पर उन्हें पहली तैनाती मिली।
कर्नल विप्लव के छोटे भाई अनय त्रिपाठी भी सेना अधिकारी हैं और शिलांग में लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर तैनात हैं। हाल ही में पूरा परिवार दिवाली के मौके पर मणिपुर में विप्लव की पोस्टिंग वाली जगह पर इकट्ठा हुआ था। जहां परिवार में मिलकर दीवाली मनायी थी। आज विप्लव, उनकी पत्नी और बेटे का पार्थिव शरीर रायगढ़ लाया जायेगा। कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और उनके छोटे बेटे के दुखद निधन से पूरे रायगढ़ में मातम और शोक का माहौल है।