न्यूज डेस्क (ओंकारनाथ द्विवेदी): ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (All India Imam Council) के महाराष्ट्र प्रमुख मौलाना इरफान दौलत नदवी (Maulana Irfan Daulat Nadvi) को नासिक पुलिस क्राइम ब्रांच (Nashik Police Crime Branch) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नेताओं के खिलाफ एनआईए (NIA) की छापेमारी के तहत गिरफ्तार किया। इसी क्रम में ठाणे, नासिक और मालेगांव समेत कई जगहों पर छापेमारी लगातार जारी है।
मामले पर पुलिस निरीक्षक हेमंत पाटिल ने आज (27 सितम्बर 2022) कहा कि, “अखिल भारतीय इमाम परिषद के राज्य प्रमुख मौलाना इरफान दौलत नदवी और पीएफआई सदस्य राशिद शाहदैन शहीद इकबाल (PFI Member Rashid Shahdain Shaheed Iqbal) को नासिक पुलिस अपराध शाखा ने कल (26 सितम्बर 2022) देर रात धारा 151 के तहत हिरासत में ले लिया।”
महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने मामले पर कहा कि,”पीएफआई से जुड़े लगभग 40 लोगों को अब तक औरंगाबाद, सोलापुर, अमरावती, पुणे, ठाणे और मुंबई (Thane and Mumbai) से हिरासत में लिया गया है। ये पूरा ऑपरेशन राज्य की स्थानीय पुलिस केंद्रीय एजेंसी के इनपुट के साथ किया है। हिरासत में लिये गये सभी लोगों से पूछताछ जारी है”
पुणे में एसडीपीआई और पीएफआई से जुड़े छह लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस पांच अन्य राज्यों में भी छापेमारी कर रही है। इसी फेहरिस्त में असम (Assam) में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कर्नाटक (Karnataka) में की पीएफआई की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI-Social Democratic Party of India) के 80 से 90 पीएफआई कार्यकर्ताओं और नेताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 8 जिलों में 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मेरठ और बुलंदशहर (Meerut and Bulandshahr) समेत उत्तर प्रदेश जिलों से भी कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। छापेमारी के सिलसिले में अज्ञात लोगों को हिरासत में लिया गया है। एजेंसी हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ कर रही है। जिन संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है, उनकी निशानदेही लगातार जारी है।
रिपोर्टों के मुताबिक इन पीएफआई मेम्बर्स के खिलाफ 22 सितंबर को जानकारी मिली थी, जब एजेंसी ने देश भर में 100 से ज्यादा ठिकानों पर चरमपंथी गुट के खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू की थी। अब तक 105 पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और 200 से ज्यादा को हिरासत में ले लिया गया है।
देश की प्रमुख आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए पीएफआई से जुड़े कुल 19 मामलों की जांच कर रही है। इसी मामले के तहत देशभर के कई कट्टर मुस्लिम धर्मगुरू (Devout Muslim Cleric) अब एनआईए के निशाने पर है। माना जा रहा है कि एनआईए इन कट्टरपंथी धर्मगुरूओं की पुख़्ता पहचान कर ली है, जिसके बाद जल्द ही इस मामले में हरियाणा में नूंह और मेवात, उत्तर प्रदेश में देवबंद, बरेली और किछौछा शरीफ (Kichocha sharif), फुलवारी शरीफ पटना, केरल के कासरगोड (Kasaragod), राजस्थान के अजमेर, पश्चिम बंगाल के मालदा (Malda) और 24 परगना और असम के गोलपारा (Goalpara) में केंद्रीय एजेंसी किसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकती है।