न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बीजेपी पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। टिकैत ने कर्नाटक में अपने ऊपर हुए हालिया स्याही हमले को ‘सुनियोजित साजिश’ करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें मारना चाहती है, कर्नाटक और दिल्ली में उन पर हुए हमले इस बात के सबूत हैं। किसान विरोधी कानून के विरोध में सबसे आगे रहे किसान नेता ने कहा कि, “सरकार टिकैत परिवार और संगठन (संघ) को तोड़ने के लिये मुझे मारना चाहती है। लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा।” टिकैत ने मेरठ जिले के जंगेठी गांव (Jangethi village of Meerut district) के धर्मेश्वरी फार्म में बीकेयू की समीक्षा बैठक में ये बात कही।
टिकैत ने आरोप लगाया कि पिछले साल दिसंबर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए जनरल बिपिन रावत के घर जाने पर उनकी (राकेश टिकैत) हत्या की साजिश रची गयी थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब ये अहम पल है, जिसे अंदरूनी कलह में नहीं गंवाया जा सकता क्योंकि सरकार “तोड़फोड़” की राजनीति के जरिये किसान संघ (Farmers Union) को तोड़ने की कोशिश लगातार कर रही है।
उन्होंने कहा कि, “टिकैत परिवार ने हमेशा से ही किसानों की आवाज को मजबूती से उठाया है और आगे भी करता रहेगा। बाबा महेंद्र सिंह टिकैत (Mahendra Singh Tikait) के बाद नरेश टिकैत ने अब खुद को इसके लिये समर्पित कर दिया है। टिकैत परिवार दबाव के आगे नहीं झुकेगा।” बीकेयू नेता ने खुद पर हुए स्याही हमले और महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की हत्या के बीच तुलना करने की भी कोशिश की।
इस पर उन्होनें कहा कि जिस तरह महात्मा गांधी की हत्या “षड्यंत्रकारियों” द्वारा की गयी थी, देश और उसके किसानों के लिये बोलने वाले किसी भी शख़्स को “साजिशकर्ता” द्वारा लक्षित किया जाता है। उन्होंने कहा कि, ‘अगर किसी एक टिकैत को कुछ नुकसान होता है तो लाखों टिकैत मुल्क में इंकलाबी का झंडा उठाने को तैयार हैं।
सूबे की योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए टिकैत ने कहा कि- चुनाव से पहले योगी जी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) ने सिंचाई के लिये मुफ्त बिजली देने का वादा किया था लेकिन अब किसानों को नलकूपों पर मीटर लगाकर परेशान किया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
किसानों से अधिक से अधिक लोगों को यूनियन के पाले में लाने की अपील करते हुए किसान नेता ने कहा कि सरकार के खिलाफ मजबूत और एकजुट लड़ाई लड़ने से ही ठोस नतीज़े मिलेंगे। उन्होनें कहा कि- “लड़ाई तब तक जारी रहेगी है जब तक कि सरकार बातचीत की मेज पर नहीं आ जाती।”
बीकेयू नेता पर स्याही से हमला
बीती 30 मई को बेंगलुरू (Bangalore) में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान तीन लोगों ने किसान नेता पर स्याही से हमला किया। गांधी भवन में घुसते ही संदिग्धों ने पत्रकार होने का नाटक किया। एक आरोपी ने माइक्रोफोन ठीक करने की आड़ में टिकैत पर माइक्रोफोन से हमला कर दिया, जबकि दूसरे ने उन पर स्याही छिड़क दी। उन्होंने “मोदी, मोदी” का नारा भी लगाया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों में से एक हत्या का दोषी था, जो अच्छे आचरण के लिये जेल से रिहा हुआ था।