न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): Mewat DSP Death: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने बीते सोमवार (18 जुलाई 2022) को अवैध खनन स्थल पर छापेमारी के दौरान डम्पर द्वारा कुचले गये टौरू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह (DSP Surendra Singh) को शहीद घोषित किया, साथ ही उन्होंने उनके परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और परिजनों को सरकारी नौकरी देने का भा ऐलान किया। खट्टर ने कहा कि ड्यूटी के दौरान अधिकारी का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा और उनकी हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जायेगा। हरियाणा सरकार (Haryana Government) दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है।
मामले पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) ने भी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Congress leader Randeep Singh Surjewala) ने कहा कि खनन माफिया को भाजपा सरकार से संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यमुनानगर से नूंह (Yamunanagar to Nuh) और मेवात तक माफियाओं के बारे में पता था। सरकार मूकदर्शक बनकर क्यों काम कर रही है?
बता दे कि घटना नूंह के पचगांव (Pachgaon) की है, जहां डीएसपी छापेमारी कर रहे थे। अवैध खनन की सूचना मिलने के बाद वो दो पुलिसकर्मियों, ड्राइवर और गनमैन के साथ सुबह करीब 11.50 बजे घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होनें पत्थर से लदे ट्रक को धीमा करने का इशारा किया, लेकिन ट्रक चालक ने रफ्तार तेज कर दी और उन्हें कुचल दिया, जिसके बाद वो मौके पर ही शहीद हो गये।
मामले पर हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने कहा कि, “डीएसपी ताओरू सुरेंद्र सिंह ने आज ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी। हरियाणा पुलिस ने वीर अधिकारी के शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जायेगी।”
गौरतलब है कि डीएसपी ताओरू सुरेंद्र सिंह इसी साल रिटायर होने वाले थे। दूसरी ओर हरियाणा पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिये सघन छापेमारी शुरू कर दी है।