न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की लोकप्रियता सोशल मीडिया, फोर्ब्स पत्रिका और संयुक्त राष्ट्र से लेकर दूरदराज ग्रामीण इलाकों तक में फैली हुई है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के चितायन गांव से एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला। जहां 85 वर्षीय वृद्धा कुंवरि उर्फ बिट्टन देवी ने एकाएक अपने बहू और बेटों के सामने अपनी सभी सम्पत्ति पीएम मोदी को देने का ऐलान कर दिया। बिट्टन देवी के पास साढ़े 12 बीघा जमीन की मिल्कियत है। जिसे वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम करने की जिद पकड़ चुकी है।
उनकी इस जिद के सामने उनकी तीन बहू और बेटे उन्हें समझा- समझाकर हार चुके है। आखिरी रास्ता अख़्तियार करते हुए परिवार के सदस्यों ने रिश्तेदारों की मदद लेने का फैसला लिया है। वृद्धा महिला का मानना है कि प्रधानमंत्री की अगुवाई में चलने वाली कई योजनाओं से गरीबों और हाशिये पर जीवनयापन (Marginalized living) करने वाले लोगों को खासा मदद मिली है। वो अपने बहू और बेटों से ज्यादा भरोसा प्रधानमंत्री मोदी पर करती है। बहू-बेटों उनका ढंग से ख्याल नहीं रखते है। बिट्टन देवी का ये फैसला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला अपना फैसला बदल दे, इसलिए परिवार वालों लगातार उनकी सेवा कर रहे है। बावजूद इसके वो अपने फैसले पर कायम है।
अपने फैसले को अन्ज़ाम देने के लिए वृद्धा महिला ने वकील की मदद लेने की भी कोशिश की। पति के मौत के बाद बिट्टन देवी को लगातार प्रधानमंत्री पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। जिससे वे काफी प्रभावित है। इसके साथ उन्होनें अपने आसपास केन्द्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित (Benefited from the schemes) काफी लोगों को देखा, जिससे उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में काफी आस्था बढ़ी। पीएम मोदी के इन्हीं कामों से प्रभावित होकर उन्होनें ये कदम उठाने का फैसला लिया। उनकी जिद को देखते हुए उनके तीनों बेटो ने एसडीएम से गुहार लगाकर उनकी दिमागी हालत का हवाला दिया, और जमीन के मामले में किसी तरह के प्रशासनिक हस्तक्षेप ना करने की गुहार लगायी।
एसडीएम ने तीनों बेटों को सलाह दी और वृद्धा को मनाने के लिए कहा। साथ ही उन्होनें कहा कि यदि महिला अपने आग्रह को लिखित में सौंपती है तो आगे इस मामले पर नियमानुसार प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है। मामला के तूल पकड़ने पर संघ परिवार से जुड़े कुछ लोग बिट्टन देवी के घर पहुँचे और उनके परिवार वालों को वृद्धा का ढंग से ख्याल रखने की हिदायत दी।