न्यूज डेस्क (देवव्रत उपाध्याय): Manipur Violence: अब तक हिंसा प्रभावित मणिपुर के 12,000 से ज्यादा लोगों को आश्रय देने के बाद पड़ोसी मिजोरम (Mizoram) को तनाव महसूस होने लगा है। मणिपुर से आये विस्थापितों की मदद करने के लिये मिजोरम की माली हालात खस्ता होती जा रही है। इसी मुद्दे पर मिजोरम के गृह आयुक्त एच लालेंगमाविया (H. Lalengmawia) ने कहा कि- “अब तक हमें एक पैसा भी नहीं मिला है। हम चर्च, स्वैच्छिक संगठनों और निजी लोगों की मदद से अब तक राहत मुहैया कराने में सक्षम रहे हैं। लेकिन जब तक केंद्र सरकार तुरंत दखल नहीं देती है तो शायद लगभग दो हफ्तों के बाद हमारे पास संसाधनों की भारी कमी हो जायेगी… काफी सारे मणिपुरी छात्रों को मिजोरम के स्कूलों में दाखिला दिया गया है, स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया करवायी की जा रही हैं, खाना उपलब्ध कराया जा रहा है। हम अपने बेहद कम बजट के बावजूद उन्हें हर मुमकिन मदद देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
बता दे कि बीते मई महीने में मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा (Chief Minister Zoramthanga) ने प्रधान मंत्री को खत लिखकर जातीय हिंसा से विस्थापित हुए लोगों की मदद के लिये कम से कम 10 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद की मांग की थी। राज्य के कैबिनेट मंत्री रॉबर्ट रॉयटे (Cabinet Minister Robert Royte) की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने फंड हासिल करने के लिये दबाव बनाने के लिये इस महीने की शुरुआत में दिल्ली का दौरा भी किया था। प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे लालेंगमाविया ने मुलाकात के बाद कहा था कि- “गृह मंत्रालय के अधिकारियों की प्रतिक्रिया सकारात्मक थी। लेकिन हमें अभी तक कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है। हम गृह मंत्रालय से फंड की उम्मीद कर रहे हैं।”
मणिपुर के विस्थापित लोग कुकी-हमार-मिज़ो-ज़ोमी जातीय समूह से तालुक्क रखते हैं, जो कि मिज़ो लोगों के साथ करीबी जातीयता संबंध साझा करते है। मिजोरम के 11 जिलों में 35 राहत शिविर बनाये गये हैं, जबकि ज्यादातर विस्थापित मणिपुरी लोग किराये के मकानों में या रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं। दक्षिणी असम की सीमा से लगे कोलासिब जिले (Kolasib District) में मौजूदा हालातों में विस्थापित लोगों की सबसे ज्यादा तादाद 4,350 है, इसके बाद आइजोल जिले (Aizawl District) में 4,050 और सैतुअल जिले (Saitual District) में 3,000 विस्थापित लोग मौजूद हैं।
फरवरी 2021 में म्यांमार (Myanmar) में सैन्य तख्तापलट के बाद हजारों म्यांमारवासियों ने भी मिजोरम में पनाह ली। राज्य में लगभग 35,000 म्यांमारी इस वक्त मौजूद हैं। इस बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश के चटगांव पहाड़ी इलाकों में परेशानी शुरू होने के बाद 7,000 आदिवासी भी मिजोरम में बस गये हैं।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इंफाल पहुंचे। वो राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं और अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी राहत शिविरों का दौरा करेंगे। साथ इंफाल और चुराचांदपुर (Imphal and Churachandpur) में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत करेंगे।