CAA NRCऔर NPR के मसले पर एक फिर से ममता बनर्जी और पीएम मोदी के तकरार सामने आयी है। आज कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की 150 वीं वर्षगांठ समारोह से ममता बनर्जी ने किनारा कर लिया ताकि पीएम मोदी के साथ मंच साझा ना करना पड़े। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया था।
कयास लगाए जा रहे थे कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी इस कार्यक्रम के दौरान अपनी मौजूदगी दर्ज करवायेगी। हालांकि इस कार्यक्रम से उन्होनें परहेज़ बरता।
कयास लगाए जा रहे थे कि टीएमसी सुप्रीमो मोदी के साथ मंच साझा करेंगे। हालांकि, वह इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थीं। कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र के अनुसार पीएम मोदी, राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया सहित ममता बनर्जी को कार्यक्रम में शामिल होना था। कार्यक्रम के साथ ही पीएम मोदी ने घोषणा कि, कोलकाता बंदरगाह का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट किया जायेगा।
बीते शनिवार हावड़ा ब्रिज में सम्पन्न हुए कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी और ममता बनर्जी एक साथ दिखे थे। ममता बनर्जी के मुताबिक संवैधानिक बाध्यताओं के चलते उन्होनें कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हावड़ा ब्रिज पर सिंक्रोनाइज्ड लाइट के साथ डायनामिक आर्किटेक्चरल इल्यूमिनेशन और साउंड सिस्टम का उद्घाटन किया था।
मोदी के साथ अनौपचारिक बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनसीआर) को वापस लेने की गुहार लगायी। मोदी ने इस मुद्दे पर ममता को दिल्ली आकर चर्चा करने का न्यौता दे डाला।