न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): मौजूदा मानसून की बारिश ने दिल्ली सरकार की पोल खोल कर रख दी है। आगामी दिल्ली नगर निगम चुनावों को देखते हुए अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अक्सर तीनों निगमों पर भ्रष्टाचार और कामचोरी का आरोप लगाते रहे हैं, बावजूद इसके आज हुई मानसून की पहली बारिश ने दिल्ली सरकार के विकास के खोखले दावों को पूरी तरह उजागर कर दिया। द्वारका अंडरपास, जखीरा पुल और पंजाबी बाग (Punjabi Bagh) फ्लाईओवर पूरी तरह पानी में डूबे हुए दिखाई दिये। खास बात ये है कि इन तीनों जगहों कि मेंटेनेंस पूरी तरह दिल्ली सरकार के हाथों में है।
इसके साथ ही राजधानी की कई बड़ी सड़के भी जलमग्न दिखाई दी। आम राजधानीवासी दिनभर ट्रैफिक जाम और जलभराव की समस्या से जूझता दिखा, जिसकी सीधी वजह दिल्ली सरकार द्वारा विकसित खोखला इंफ्रास्ट्रक्चर रहा। निगम के इलाके के अलावा दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाली सड़कों पर कमोबेश एक जैसे ही हालात देखने को मिले।
द्वारका (Dwarka) अंडरपास मौके पर मौजूद हमारे संवाददाता ने पाया कि, अंडरपास की एक तरफ में पूरी तरह लेन पूरी तरह पानी में डूबी हुई दिखाई दी, जहां दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की बस जलभराव की समस्या से दो-चार होती हुई दिखाई दी। मानसून (Monsoon) आने पर हर साल ऐसे ही हालात बनते हैं, इस समस्या को समझाने की बजाय दिल्ली सरकार राजनीतिक रोटियां सेकने में व्यस्त रहती है।