न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): केंद्र सरकार ने पंजाबी रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Moosewala Murder Case) की जांच में शामिल दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) के 12 अधिकारियों को वाई श्रेणी का सुरक्षा घेरा मुहैया करवाया है। गायक-गीतकार की मई में पंजाब के मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी थी। कनाडा (Canada) में रहने वाले भारतीय मूल के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (Gangster Goldie Brar) ने सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा गया कि स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल, डीसीपी स्पेशल सेल मनीषी चंद्रा, डीसीपी राजीव रंजन, एसीपी ललित नेगी, एसीपी हृदय भूषण, एसीपी वेद प्रकाश, एसीपी राहुल विक्रम, इंस्पेक्टर रविंद्र जोशी, इंस्पेक्टर सुनील कुमार, इंस्पेक्टर विक्रम दहिया, इंस्पेक्टर निशांत दहिया और इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिद्धू मूसेवाला के मर्डर में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह (Lawrence Bishnoi Gang) के खूंखार बदमाशों का हाथ होने से जुड़े मामले की छानबीन कर रहे है, इसलिये इन सभी को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया करायी गयी है।
इन अधिकारियों को एक-एक कमांडो सुरक्षा मुहैया करावाये जायेगें। बता दे कि पंजाब के गैंगस्टर हरविंदर रिंदा (Gangster Harvinder Rinda) के सहयोगी लखबीर लांडा ने सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के अधिकारियों को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद ये एहतियाती कदम उठाया गया है। फिलहाल लखबीर लांडा (Lakhbir Landa) कनाडा में है और वो हाल ही में पंजाब में हुए आरपीजी हमले का प्रमुख संदिग्ध है।
लखबीर लांडा ने दावा किया था कि उसके पास सिद्धू मूसेवाला उर्फ शुभदीप सिंह सिद्धू (Shubhdeep Singh Sidhu) के मर्डर मामले में छानबीन कर रहे दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अधिकारियों से जुड़ी सभी जानकारियां और उनकी तस्वीरें है। साथ ही लांडा ने इन सभी अधिकारियों की हत्या करने की धमकी भी दी थी। लांडा ने कहा था कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का कोई भी अधिकारी पंजाब में नहीं दिखना चाहिये और अगर वो सड़कों पर घूमते दिखे तो ये उनके लिए अच्छा नहीं होगा।
बता दे कि सिद्धू की 29 मई को पंजाब में मनसा जिले (Mansa District) के जवाहरके गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। ये वारदात पंजाब पुलिस (Punjab Police) की ओर से मूसे वाला समेत 400 से ज्यादा लोगों का सुरक्षा कवर वापस लेने के दो दिन बाद हुई।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Chief Minister Bhagwant Mann) ने खुलासा किया था कि गोल्डी बराड़ को संयुक्त राज्य अमेरिका में हिरासत में लिया गया। हालांकि इस जानकारी के कुछ दिनों बाद गोल्डी बराड़ ने यू-ट्यूब पर अपना वीडियो जारी करते हुए गिरफ्तारी से इनकार करते हुआ दिखायी दिया।