न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): गुजरात में छठ पूजा 2022 कार्यक्रम उस वक्त चीख पुकार में बदल गया, जब मोरबी जिले (Morbi District) में एक पुल एकाएक गिर गया। पुल काफी पुराना बताया जा रहा है। घटना में अब तक 130 से ज्यादा लोगों की जान चली गयी, साथ ही नदी में गिरने वाले 100 से ज्यादा लोगों के लिये बचाव और तलाशी अभियान अभी भी जारी है। गुजरात (Gujarat) के मोरबी में अंग्रेजों के समय बने पुल पर घटना के समय लगभग 500 से ज्यादा लोग मौजूद थे। बीते रविवार (30 अक्टूबर 200) शाम छठ पूजा (Chhath Puja) से जुड़ी रस्में निभाने के लिये लोग पुल पर जमा हुए थे।
मामले में अब तक 130 से ज्यादा लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है और 100 और लोगों के लिये तलाशी अभियान अभी भी जारी है, जिनके नदी में पुल गिरने के बाद फंसे होने की आशंका है। मामले की जांच के लिये विशेष टीम का गठन कर दिया गया है। माना जा रहा है कि माचू नदी (Machu River) में कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं। बचाये गये लोगों को इलाज के लिये नजदीकी अस्पतालों में ले लगातार ले जाया जा रहा है। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। हादसे के दौरान सामने आये दर्दनाक वीडियो में लोग डूबने से बचने के लिये घाटों तक पहुँचने की कोशिश करते दिखे।
सामने आ रहा है कि एनडीआरएफ (NDRF) ने रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया और इस मामले में लोगों की मदद के लिये भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना (Navy and Air Force) की भी लगातार मदद ली जा रही है। इलाके में इलाके में रोशनी को बंदोबस्त ना होने के चलते रात में बचाव और राहत अभियान को तेजी से आगे बढ़ाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि गुजरात सरकार से फिटनेस प्रमाणन (Fitness Certification) के बिना ही नवीनीकरण कार्य के बाद निजी कंपनी ने पुल को फिर से खोल दिया। छठ पूजा के मौके पर बिना प्रशासनिक मंजूरी के पुल को फिर से खोल दिये जाने को लेकर अब जांच के लिये उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है।
मौजूदा हालातों में मोरबी केबल ब्रिज (Morbi Cable Bridge) गिरने को लेकर सियासी पारा काफी गर्मा गया है, आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने इस हादसे के लिये गुजरात (Gujarat) की बीजेपी सरकार को सीधे तौर जिम्मेदार ठहराया। इस बीच कांग्रेस (Congress) ने मामले की गहन जांच की मांग की है।