बिजनेस डेस्क (राजकुमार): भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का ऋणदाता एचडीएफसी बैंक बंधक ऋणदाता (HDFC Bank Mortgage Lender) हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) के साथ मर्ज (विलय) होगा। दोनों कंपनियों ने इस बारे में आज (4 अप्रैल 2022) जानकारी सार्वजनिक की। सौदे की शर्तों के मुताबिक एचडीएफसी लिमिटेड को शेयरधारकों को 25 शेयरों के लिये एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर हासिल होंगे। एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारक एचडीएफसी बैंक के 41 प्रतिशत के मालिक होंगे।
एचडीएफसी ने स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) रेगुलटर में फाइलिंग कर कहा कि- कॉर्पोरेशन के साथ और एचडीएफसी बैंक में समामेलन के लिये शेयर विनिमय अनुपात प्रत्येक 25 पूरी तरह से भुगतान किये गये इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के प्रत्येक 1 रुपये (एक रुपये) के अंकित मूल्य के 42 इक्विटी शेयर (पूरी तरह से भुगतान के रूप में जमा) होंगे।
दोनों कंपनियों के निदेशक मंडल (Board of directors) ने विलय को मंजूरी दे दी है। एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के बीच एक्जूकेशन ऑफ इंपलीमेंट (Execution of Implementation) को पूरा करने के लिये मंजूरी समझौते (Approval Agreement) को हरी झंडी दे दी गयी। ये अन्य बातों के साथ-साथ योजना के तहत प्रस्तावित लेनदेन को लागू करने के तौर तरीके को निर्धारित करेगा। साथ ही ये संबंधित पक्षों के अधिकार, दायित्व, वारंटी, फिक्स्ड ट्रांसजैक्शन और रिप्रेजेंटेशन के लिये भी जव़ाबदेह होगा।
इसके अलावा एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड और एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड (HDFC Holdings Limited) के एचडीएफसी लिमिटेड के साथ और एचडीएफसी लिमिटेड में मर्जर के लिये नियत तिथि योजना की प्रभावी तारीख से ठीक पहले वाले दिन की समाप्ति पर लागू होगी।