न्यूज डेस्क (गणेश चौधरी): संगीत (Music) आपके दिमाग को शांत और तनावमुक्त (Calm and relaxed) बनाने का बेहतरीन तरीका है। ये लोगों को उनके अवसाद और चिंता (depression and anxiety) से बाहर आने में मदद करता है।
एक शख़्स जो अवसाद में था और अकेले अपना वक़्त बिता रहा था, न तो किसी से बात करता है और न ही खाना ढ़ंग से खाना खा पाता था। उसके घरवालों ने उसे अवसाद से बाहर निकालने की पुरजोर कोशिश की, लेकिन उस शख़्स में ज़्यादा सुधार नहीं आ पाया। उसके पिता की मित्रमंडली (Father’s friend) में से किसी ने उन्हें संगीत सुनाने का सुझाव दिया, जो कि उसे अकेलेपन में खुश होने के लिए प्रेरित करेगा और आखिरकर वो इसे सुनने के लिए माना गया। लं
बी जद्दोजहद के बाद उसने गाने सुन-सुनकर उसने डिप्रेशन को मात दे दी। साइकैट्रिस्ट (Psychiatrist) के मुताबिक 4 महीनों के दौरान उसमें जादुई बदलाव देखा गया। तकरीबन 6 महीनों के अंदर, वो अपने भीतर के डिप्रेशन को खत्म कर चुका था।
ये बताने के लिए काफ़ी है कि, कैसे मौसिकी अपना जादू बिखेरती है। कैसे ये करामाती तरीके (Enchanting ways) से लोगों को चंगा कर देती है। कैसे ये रूहानी सुकून पहुँचाती है। मौजूदा वक़्त में लोग गाने सुनकर अपना काम कर रहे है। लोग स्पीकर लगाकर, प्लग पर और ईयरबड्स (Earbuds) की मदद से इसका लुत्फ़ उठाते है।
हालांकि आज की नौजवां पीढ़ी घर पर काम करते हुए, पढ़ाई करते हुए गाने सुनना खासा पसंद करती है। लोग जिम में कसरत करते वक़्त भी जोशीले गाने (Passionate songs) सुनना पसन्द करते है, क्योंकि इससे उनके दिलोदिमाग और जिस्म पर सीधा असर पड़ता है। कई लोग तो हर वक्त इन्हें सुनना पसन्द करते है, इसके बगैर उन्हें नींद ही नहीं आती।
संगीत सुनने के बहुत सारे फायदे हैं, लेकिन कभी-कभी इसके नुकसान भी होते हैं। जैसे कि इसे सुनते-सुनते लोग इतने मशगूल हो जाते है कि, अपने तयशुदा काम वक़्त पर पूरा नहीं कर पाते। गाड़ी चलाते वक़्त गाने सुनने से एक्सीडेंट का खतरा (Accident risk) लगातार बना रहता है। लगातार ईयरफोन पर हाई वॉल्यूम (High volume) में गाने सुनने से बहरेपन के आसार बढ़ जाते है।
कई स्पेशलिस्ट और डॉक्टर आपकी भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में सुकून के चंद लम्हों के लिए गाने सुनने का मशवरा देते है। ये आपको जिस्मानी और रूहानी सुकून (Physic and spiritual comfort) देता है। आखिर में सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि, ज़िन्दगी की रफ्तार में एक ब्रेक तो बनता है। उस ब्रेक को संगीत के साथ जोड़ने की कोशिश करे। इससे ना सिर्फ आपको खुशी और दिमागी राहत (Mind relief) मिलेगी। बल्कि आपका मन भी शांत रहेगा।