न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): सोमवार को देर रात होला मोहल्ला कार्यक्रम के दौरान नांदेड़ के प्रसिद्ध हुज़ूर साहिब गुरुद्वारा (Gurudwara) के हुई झड़प में चार पुलिस कर्मी बुरी तरह घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक कुछ सिख युवकों ने गुरुद्वारे के गेट को तोड़ दिया। हिंसा का कारण COVID-19 के चलते ‘होला मोहल्ला’ कार्यक्रम को प्रशासनिक मंजूरी ना मिलने से उपजे असंतोष को बताया जा रहा है। पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट और बर्बरता के आरोप में नांदेड़ पुलिस ने कुल 17 लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस ने कई अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा और हत्या के प्रयास के तहत एफआईआर दर्ज की।
पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक सिखों का एक हूजूम कोरोना प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन कर होला मोहल्ला (हल्ला बोल) परंपरा के अंतर्गत जुलूस निकालना चाहता था। हालांकि नांदेड़ पुलिस ने कोरोना गाइडलाइंस प्रतिबंधों के मद्देनजर जुलूस की मंजूरी के लिए मनाही कर फरमान जारी किया था कि होला मोहल्ला समारोह सिर्फ गुरुद्वारा परिसर के अंदर ही मनाया जा सकेगा।
इस मामले पर एसपी नांदेड़ विनोद शिवाडे का बयान सामने आया उन्होनें कहा कि- बढ़ते कोरोना मामलों के कारण होला मोहल्ला (हल्ला बोल) को आयोजित करने की मंजूरी नहीं दी गयी थी। इस बारे में गुरुद्वारा कमेटी को जानकारी देते हुए कहा गया था कि, वो कार्यक्रम गुरुद्वारा के अंदर ही आयोजित कर संपन्न करें। गुरुद्वारा कमेटी ने पुलिस को आश्वासन देते हुए कहा था कि वे इसे गुरुद्वारा परिसर के अंदर ही आयोजित करेंगे। शाम 4 बजे जब निशान साहब को गेट पर लाया गया तो कुछ लोग मौके पर मौजूद पुलिस के बहस करने लगे। एकाएक 300-400 गुस्साये युवाओं ने गेट तोड़ दिया और गुरूदवारे के बाहर जलूस निकाला। इस दौरान चार पुलिस कर्मी बुरी तरह घायल हो गये और मौके पर मौजूदा कई वाहनों को गुस्साई भीड़ तोड़ दिया। मामले पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गुस्साये लोगों ने पुलिस को डराने के लिए हवा में तलवारें कई लहरायी। तोड़फोड़ को देखते हुये गुस्सायी भीड़ को शांत करने के लिये पुलिस ने मौके पर रिइंफोर्समेंट दस्ते को बुलाया। जिसके बाद हालातों को संभाला जा सका। पुलिस इस मामले में कई लोगों को नामजद करने की तैयारी में है। घटना में घायल पुलिसकर्मियों की हालत फिलहाल स्थिर है।