नई दिल्ली (यश जयरत्न): National Herald Case: जैसे ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार तीसरे दिन पूछताछ के लिये प्रवर्तन निदेशालय (ED- Enforcement Directorate) कार्यालय लौटे कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने केंद्रीय एजेंसी और भाजपा सरकार के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखा, जिसमें कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
लगातार पूछताछ में वक्त देते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अब तक 22 घंटे से ज़्यादा समय बिता चुके है। कांग्रेस नेताओं ने तीसरे दिन भी ईडी के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए कहा कि गांधी परिवार (Gandhi family) की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिये इस “फर्जी” मामले को बेवज़ह तूल दिया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि अकबर रोड (Akbar Road) पर कांग्रेस कार्यालय (Congress Office) के बाहर प्रदर्शन कर रहे कई युवा कांग्रेस (Youth Congress) और महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने पीटा और जबरन ले थाने ले जाया गया।
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच एजेंसी द्वारा पार्टी नेता राहुल गांधी से पूछताछ के खिलाफ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस (Delhi Pradesh Congress) के कार्यकर्ताओं ने ईडी कार्यालय के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया।
राहुल गांधी के लगातार तीसरे दिन पूछताछ के लिये ईडी कार्यालय पहुंचने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। अर्धसैनिक बल के जवानों का मदद से दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका और उन्हें भगा दिया।
हिरासत में लिये गये लोगों में इंडियन यूथ कांग्रेस (IYC- Indian Youth Congress) प्रमुख बी वी श्रीनिवास और दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल चौधरी (Delhi Congress Chief Anil Chaudhary) समेत पार्टी की कई महिला और युवा कार्यकर्ता शामिल हैं। चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गया है।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर (Congress MP Manickam Tagore), थिरुनावक्करासुअर, ए.चेल्ला कुमार, अमर सिंह और जयकुमार विजय वसंत ने संसद परिसर में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
टैगोर ने कहा कि वो संसद परिसर में आये थे क्योंकि उन्हें दिल्ली पुलिस ने एआईसीसी कार्यालय (AICC Office) में घुसने की इजाजत नहीं दी। उन्होंने आगे कहा कि सांसद महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास ईडी द्वारा झूठे मामले में ‘यातना’ और राहुल गांधी से पूछताछ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे।
हालांकि सांसद ने आरोप लगाया कि उन्हें विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा कि, “देश में क्या हो रहा है। क्या हम बनाना रिपब्लिक बन गये हैं? क्या ये लोकतंत्र है? संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है।”
पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के लोकसभा नेता ने कहा कि दिल्ली पुलिस एआईसीसी कार्यालय में घुसी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। उन्होंने दावा किया कि अगर मीडिया नहीं होती तो पुलिस तबाही मचाती।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) ने भाजपा को आगाह करते हुए कहा कि, “हमारे कार्यकर्ताओं को बेरहमी से मारापीटा जा रहा है। पुलिस ने यहां एआईसीसी कार्यालय के चारों ओर बैरिकेड्स लगा दिये हैं और कार्यकर्ताओं को पार्टी कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।”
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को एआईसीसी कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया गया। बता दे कि मध्य दिल्ली में बीते सोमवार (13 जून 2022) से ही निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है, जिसके तहत चार या ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।