न्यूज डेस्क (ताराना बोस): गृह मंत्रालय (MHA) ने महाराष्ट्र सरकार से निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा (Lok Sabha MP Navneet Rana) की गिरफ्तारी और मुंबई के खार पुलिस स्टेशन (Khar Police Station) में “अमानवीय व्यवहार” के आरोपों के बारे में रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों के मुताबिक लोकसभा विशेषाधिकार और आचार समिति द्वारा किये गये अनुरोध के बाद एमएचए ने ये कार्रवाई की।
अमरावती के सांसद से एक खत मिलने मिलने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने भी मुंबई में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी पर 24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र सरकार से मामले से जुड़ी जानकारियां मांगी। खत में नवनीत राणा ने जिक्र किया कि पुलिस द्वारा उनके साथ “अमानवीय व्यवहार” किया और दो दिन पहले हुई उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह “अवैध” है।
लोकसभा अध्यक्ष को लिखे अपने खत में सांसद ने मुंबई पुलिस पर कथित तौर पर “नीची ज़ात” (Low Caste) का हवाला देते हुए और जाति के आधार पर उन्हें गाली देते हुए पीने का पानी उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया। नवनीत और उनके पति रवि राणा जो कि निर्दलीय विधायक हैं, को शनिवार (23 अप्रैल 2022) को उनके मुंबई आवास से ये ऐलान करने के बाद गिरफ्तार किया गया था कि वो बांद्रा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
राणा को उसकी गिरफ्तारी के बाद खार पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया। बाद में उन्हें रविवार (24 अप्रैल 2022) शाम भायखला महिला जेल (Byculla Women’s Prison) ले जाया गया। राणा दंपति पर देशद्रोह, साम्प्रदायिक दुश्मनी को बढ़ावा देने और कर्तव्य के निर्वहन को रोकने के साथ लोक सेवक पर हमला करने के आरोप में दो एफआईआर (FIR) दर्ज की गयी।