न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) की गिरफ्तारी पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी गिरफ्तारी “राजनीति से प्रेरित” है। पवार ने मलिक के दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के साथ संबंधों पर भी सवाल उठाये। मलिक के दाऊद इब्राहिम के साथ कथित संबंधों के बारे में बात करते हुए, शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि भाजपा उनकी पार्टी के किसी भी मुस्लिम कार्यकर्ता को दाऊद के साथ जोड़ देती है।
पुणे में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एनसीपी प्रमुख ने कहा कि, “नवाब मलिक की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है, उन्हें दाऊद से सिर्फ इसलिए जोड़ा जा रहा है क्योंकि वो मुस्लिम है।” नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद से राकांपा के कई सदस्य उनके समर्थन में उतर आये हैं।
भाजपा (BJP) नवाब मलिक से इस्तीफे की मांग लगातार कर रही है, क्योंकि वो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नामजद हैं। इस मामले पर पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को ये बताना चाहिए कि उनके मंत्री नारायण राणे ने गिरफ्तारी के समय इस्तीफा क्यों नहीं दिया।
राकांपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि, “पीएम मोदी को ये बताना चाहिए कि नारायण राणे (Narayan Rane) को गिरफ्तार किये जाने पर इस्तीफा क्यों नहीं दिया, भाजपा नवाब मलिक का इस्तीफा मांगती रहती है?”
आगे राणे ने इस बयान को लेकर पवार पर पलटवार करते हुए कहा कि वो जेल नहीं गये, लेकिन दाऊद इब्राहिम से वो सीधेतौर पर जुड़े हुए है। दाऊद इब्राहिम से नज़दीकियों और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार किया गया है। इसलिये भाजपा नवाब मलिक का इस्तीफा मांग रही है और हम उस पर कायम रहेगें।
गौरतलब है कि कि एनसीपी मंत्री नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED- Enforcement Directorate) ने गिरफ्तार किया था, जिसमें कथित तौर पर वरिष्ठ राजनीतिक नेता को अंडरवर्ल्ड और दाऊद इब्राहिम से जोड़ा गया।
जहां मलिक की गिरफ्तारी को लेकर बहस जारी है, वहीं विशेष पीएमएलए अदालत ने दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राकांपा नेता की ईडी हिरासत 7 मार्च तक बढ़ा दी है। उनकी हिरासत को लेकर एक और सुनवाई सोमवार (7 मार्च 2022) को होगी।