नई दिल्ली (देवव्रत उपाध्याय): लोकसभा सांसद सी लालरोसांगा ने आज (10 अगस्त 2023) कहा कि मिजोरम में एनडीए (NDA) की सहयोगी सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (MNF- Mizo National Front) केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगा। लालरोसांगा (Lalrosanga) ने कहा कि वो मणिपुर सरकार और पड़ोसी राज्य में जातीय हिंसा से निपटने में केंद्र की नाकामी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करेंगे।
इसी मुद्दे पर उन्होनें कहा कि- “मैं विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करूंगा। ऐसा इसलिये नहीं है कि मैं कांग्रेस (Congress) का समर्थन करता हूं या (चाहता हूं) भाजपा के खिलाफ जाना चाहता हूं, बल्कि सरकारों खासतौर मणिपुर सरकार (Government of Manipur) की हालातो को संभालने को लेकर नाकामी के देखते हुए अपना विरोध जताने के लिये ऐसा करूँगा।”
उन्होंने कहा कि एमएनएफ जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में ज़ो जनजातीय लोगों की स्थिति से काफी आहत है। लालरोसांगा ने कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष ज़ोरमथांगा (Zoramthanga), मिजोरम के मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं के साथ इस मुद्दे पर गहन बातचीत की और वो अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने पर सहमत हुए।
बता दे कि एमएनएफ क्षेत्र में भाजपा के अगुवाई वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA- North East Democratic Alliance) का घटक है और केंद्र में वो एनडीए का सदस्य है। एमएनएफ के राज्यसभा सांसद के वनलालवेना (Vanalalwena) जो कि मणिपुर मुद्दे पर मुखर रहे हैं, ने भी कहा कि वो हालातों से निपटने के सरकार के तरीके के खिलाफ संसद में अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे।
लालरोसांगा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की ओर से इस मुद्दे पर अपना जवाब देने के बाद लोकसभा में प्रस्ताव पर मतदान होने की संभावना है। संयुक्त विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) की ओर से लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का रूख़ पूरी तरह साफ है क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को लोकसभा में बहुमत सदस्यों का समर्थन हासिल है। ये दूसरी बार है जब पीएम मोदी को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ रहा है।