नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार (6 सितंबर 2021) को नीट पीजी काउंसलिंग (NEET PG Counselling) में हो रही देरी को देखते हुए आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) के साथ आपातकालीन सेवाओं का बहिष्कार किया। आज सामने आयी तस्वीरों में कई डॉक्टर्स को इंसाफ के मांग करते हुए बैनर पकड़े हुए देखा गया। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक सुनील कुमार ने अस्पताल में आपातकालीन सेवाओं का बहिष्कार करने वाले सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों (Resident doctors of Safdarjung Hospital) से बातचीत की उन्होंने कुछ घंटों के लिये धरना खत्म करने की अपील की।
बीते रविवार (5 सितंबर 2021) को आरएमएल अस्पताल (RML Hospital) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने “नीट पीजी काउंसलिंग 2021 में बार-बार देरी” की वज़ह से आज (6 सितंबर 2021) आपातकालीन सेवाओं और ओपीडी सेवा का बहिष्कार (OPD service boycott) करने का फैसला किया। गौरतलब है कि रेजिडेंट डॉक्टरों ने 27 नवंबर को एनईईटी-पीजी 2021 काउंसलिंग और एडमिशन प्रोसेस में तेजी लाने के लिये अपना आंदोलन शुरू किया।
इस मामले पर फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने बीते रविवार को कहा कि- "दिल्ली के विभिन्न आरडीए प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के बाद हमने अपने आंदोलन को और तेज करने और 6 दिसंबर से स्वास्थ्य संस्थानों में अपनी सभी सेवाओं (नियमित और साथ ही आपातकालीन) को वापस लेने का फैसला किया है।"
इससे पहले तीन केंद्रीय अस्पतालों - आरएमएल, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग के रेजिडेंट डॉक्टरों ने 27 नवंबर को एनईईटी-पीजी 2021 काउंसलिंग आयोजित करने में बार-बार देरी के विरोध में ओपीडी सेवाओं को निलंबित कर दिया था। कोरोना महामारी के कारण NEET PG 2021 में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है।