नई दिल्ली (श्री हर्षिणी सिंधू): देश भर के रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा NEET-PG काउंसलिंग (NEET-PG Counselling) में देरी के खिलाफ अपना विरोध जारी रखने और बुधवार से “सभी स्वास्थ्य सेवाओं” को वापस लेने की चेतावनी देने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार (28 दिसम्बर 2021) को फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट एसोसिएशन (FORDA) डॉक्टर्स के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आपातकालीन बैठक बुलायी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने बैठक बुलाने से पहले रेजिडेंट डॉक्टरों से जनहित में अपनी हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया। मंडाविया ने कहा कि, “मैंने सभी रेजिडेंट डॉक्टरों (Resident Doctors) के साथ बैठक की। हम काउंसलिंग नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। सुनवाई 6 जनवरी को होगी। मुझे उम्मीद है कि NEET PG काउंसलिंग जल्द शुरू होगी।”
फोर्डा के अध्यक्ष डॉ मनीष ने निर्माण भवन में बैठक के लिये रवाना होने से पहले कहा कि, ‘हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मिलने जा रहे हैं। इस दौरान अलग-अलग आरडीए के प्रतिनिधि (RDA Representative) आज की बैठक का हिस्सा होंगे। हम कल की घटना के लिये दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से लिखित माफी मांगेंगे।
माना जा रहा है कि फोर्डा से दो मांगों को लेकर अपनी बात आगे रखेगी। पहली मांग के तहत विरोध कर रहे डॉक्टर्स केंद्र सरकार से लिखित आश्वासन मांगेगें जिसमें नीट काउंसलिंग में तेजी लाने की मांग होती। जिससे कि काउंसलिंग और एडमिशन का रास्ता साफ हो सकेगा। दूसरी मांग के अन्तर्गत फोर्डा प्रदर्शनकारी डॉक्टरों पर दिल्ली पुलिस द्वारा किये बर्बरतापूर्ण बल प्रयोग (Barbaric Use Of Force) के लिये पुलिस से लिखित माफीनामें (Written Apology) की मांग करेगी।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) ने भी डॉक्टरों की मांगों पर गौर करने के लिये पीएम मोदी को खत लिखा। देश भर के कई रेजिडेंट डॉक्टरों ने NEET-PG काउंसलिंग में देरी के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा हुआ है और बुधवार से “सभी स्वास्थ्य सेवाओं” को वापस लेने की चेतावनी दी।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने 29 दिसंबर को सुबह 8 बजे से “डॉक्टरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा क्रूर बल इस्तेमाल करने के विरोध में” देश भर में सभी स्वास्थ्य सेवाओं से पूरी तरह से रोकने का आह्वान किया।
बीते 24 दिसंबर को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association -IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को NEET-PG काउंसलिंग मामले को सुलझाने और कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के मद्देनज़र खत लिखा।
खत में कहा गया है कि NEET PG परीक्षा जनवरी 2021 में आयोजित होने वाली थी, लेकिन COVID-19 की पहली और दूसरी लहर को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया। परीक्षायें 12 सितंबर 2021 को आयोजित की गयी थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की कानूनी बाधाओं के कारण अब काउंसलिंग रोक दी गयी है, नतीजन फ्रंटलाइन पर 45000 डॉक्टरों की बनी हुई है।