न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): आईएसआईएस (ISIS) से हमदर्दी रखने वालों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आज (15 फरवरी 2023) सुबह केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु (Karnataka and Tamil Nadu) में धमाके के दो अलग-अलग मामलों में जांच के तहत कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक तमिलनाडु के कोयंबटूर (Coimbatore) और कर्नाटक के मंगलुरु (Mangaluru) में पिछले साल हुए बम धमाकों के सिलसिले में तलाशी की जा रही है, जो कि 23 अक्टूबर, 2022 और 19 नवंबर, 2022 को हुए थे।
मामले पर एनआईए ने कहा कि, “शुरूआती जांच से पता चला है कि आरोपी शख़्स ने फरवरी 2022 में इरोड जिले (Erode District) के सत्यमंगलम वन के असनूर और कदंबूर (Asnoor and Kadambur of Sathyamangalam forest) के जंगली इलाके में इस वारदात का ताना बाना बुना था।” बैठक की अगुवाई पूर्व में गिरफ्तार आरोपी उमर फारूक कर रहा था और मृतक आरोपी जेम्स मुबीन, मोहम्मद अजहरुद्दीन, शेख हिदायतुल्ला और सनोफर अली (Sheikh Hidayatullah and Sanofer Ali) ने उसमें हिस्सा लिया, जहां उन्होंने आतंकी गतिविधियों की तैयारी करने और उन्हें अंजाम देने की साजिश रची।
बता दे कि पिछले साल दिसंबर में एनआईए ने मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में 19 नवंबर को हुए प्रेशर कुकर धमाके की जांच का जिम्मा संभाला था, जिसमें एक मुसाफिर जिसकी शिनाख्त मोहम्मद शरीक (Mohd Shariq) के तौर पर हुई थी, वो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED- Improvised Explosive Device) से बना प्रेशर कुकर बम ले जा रहा था। इसी दौरान ऑटो-रिक्शा में धमाका हो गया। धमाके में ऑटो-रिक्शा चालक पुरुषोत्तम पुजारी (Purushottam Pujari) घायल हो गया था।
एजेंसी ने आगे कहा कि कुकर बम को तटीय इलाके और राज्य में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने के लिये बड़े पैमाने पर हमला करने के लिये डिजाइन किया गया था। जब धमाका हुआ तो शारिक विस्फोट करने के लिये बम टारगेट वाले एरिया में ले रहा था।
एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधान के तहत मामले में अपनी जांच शुरू की और जांच अधिकारियों ने मुख्य आरोपी शारिक से पूछताछ की, राज्य पुलिस ने अपनी जांच के दौरान इस्लामिक स्टेट (IS- Islamic State) के साथ उसके सीधे तालुक्कात पाये। साथ ही ये भी पता चला कि उसने अपने स्कूल के साथियों सैयद यासीन और मुनीर अहमद (Syed Yasin and Munir Ahmed) को भी कट्टरपंथी बना दिया था और उन्हें आईएस से भी रूबरू कराया था।
तीनों ने मिलकर शिवमोग्गा जिले (Shivamogga District) में तुंगा नदी (Tunga River) के किनारे धमाके का एक्सपेरिमेंट करते हुए वारदात का पूर्वाभ्यास किया था, प्रैक्टिस ब्लास्ट भी कथित तौर पर सफल रहा। इसके अलावा सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपी शारिक का एक आका था, जो इन सभी साज़िश के बारे में उसे लगातार हिदायत दे रहा था।