न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): नीति आयोग (NITI Aayog) के प्रमुख सदस्य वीके पॉल ने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना के मामलों में 23 फीसदी का सीधा उछाल आयेगां। जिसके लिये केंद्र सरकार को 2 लाख आईसीयू बेड तैयार करने होगें। नीति आयोग का ये बयान उस वक़्त सामने आय़ा जब भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी संभावित लहर के कयास लगाये जा रहे है। इसी साल अप्रैल और मई के दौरान कोरोना महामारी चरम पर थी। जब एक ही दिन में संक्रमण का आंकड़ा तीन लाख को छू गया।
वीके पॉल केंद्र सरकार द्वारा गठित कोरोना टास्क फोर्स (Corona Task Force) की अगुवाई कर रहे है। हाल ही में उन्होनें चेतावनी दी कि सितंबर महीने के दौरान भारत में रोजाना 4-5 लाख कोरोना संक्रमण के केस सामने आ सकते है। कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक नीति आयोग का अनुमान है कि सितंबर 2020 में कोरोना की दूसरी लहर से पहले लगाये गये अनुमान से इस बार ‘गंभीर/ मध्यम’ लक्षणों वाले लगभग 20 प्रतिशत संक्रमित रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होगी।
इस साल अप्रैल-जून महीने में दूसरी लहर के मद्देनज़र अस्पताल में भर्ती होने के पैटर्न को देखते हुए सितम्बर अक्टूबर महीने के दौरान 2 लाख आईसीयू बेड (ICU beds) तैयार रखने की सिफारिश की गयी है। गौरतलब है कि जून महीने के दौरान एक्टिव केसलोएड (Active Case load) 18 लाख था और संक्रमण के ज़्यादातर मामले 10 राज्यों से सामने आ रहे थे। उस दौरान कुल संक्रमित रोगियों में से 21.74 प्रतिशत को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत थी, जबकि 2.2% मरीज़ों को आईसीयू की सीधी दरकार थी।
नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि सरकार खराब स्थिति की तैयारी करने के लिये 2 लाख आईसीयू बेड, 1.2 लाख आईसीयू बेड वेंटिलेटर के साथ, 7 लाख गैर-आईसीयू अस्पताल बेड (जिनमें से 5 लाख ऑक्सीजन-सक्षम), और 10 लाख कोरोना आइसोलेशन केयर बेड्स (Isolation Care Beds) को अगले महीने तक तैयार रखना होगा।