न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): पिछले सप्ताह में बिहार की सियासत में दिलचस्प मोड़ के बाद बिहार के 8 बार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इस प्रकरण पर खुल कर बात की और अपने पूर्व करीबी आरसीपी सिंह (RCP Singh) पर आरोप लगाते हुए कहा कि- उन्होनें बहुत गड़बड़ किया। बता दे कि जदयू कई आला नेताओं ने आरसीपी सिंह की मामले पर खुलकर आलोचना की। उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर ही जदयू (JDU) ने भाजपा (BJP) से अपना गठबंधन तोड़ लिया।
नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह पर बेबाक राय देते हुए कहा कि, उन्होनें बहुत गड़बड़ किया। उन्हें पहले कौन जानता था? मैंने उन्हें नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। मैंने उन्हें साल 2020 में पार्टी प्रमुख के तौर पर अपनी जगह दी। मेरी ही कहने पर उन्हें अहम जिम्मेदारियां दी गयी। हमने उन्हें बहुत सम्मान दिया। जब वो केंद्र में मंत्री बने तो हमने उन्हें पार्टी प्रमुख पद छोड़ने के लिये कहा और उनकी जिम्मेदारी लल्लन जी को दे दी गयी। उन्होंने अपने बयानों से पार्टी में लोगों की भावनाओं को आहत किया है।”
आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार और उनके परिवार पर साल 2013 से 2022 के दौरान भारी पैमाने पर अचल संपत्ति जमा करने और कई गड़बड़ी करके पैसे कमाने का आरोप लगाया था, जिसके बाद जदयू ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया, नोटिस मिलते ही सिंह पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
आरसीपी सिंह के मुद्दे को बात रखते हुए, बिहार (Bihar) के सीएम ने भाजपा के अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन (NDA Alliance) से अपनी पार्टी के बाहर निकलने पर भी खुल कर बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिहार को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व देने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की कैबिनेट में उन्हें 4 मंत्री पद मांगे थे, लेकिन मांग पूरी नहीं हुई। इस मुद्दे पर नीतीश कुमार ने कहा कि- “बिहार के कितने लोगों को (भाजपा) केंद्र में मंत्री बनाया? मैंने उनसे कहा कि हमारे लोगों को भी मंत्री बनाये। मैंने अपनी पार्टी से चार मंत्री मांगे। उन्होंने नहीं दिया”
गठबंधन क्यों तोड़ा इस पर नीतीश कुमार ने कहा, “हमारी पार्टी में चर्चा हुई, ये लोगों की इच्छा थी। चुनाव के दौरान भी जीतने वाले उम्मीदवारों ने कहा कि भाजपा के किसी सदस्य ने उनका समर्थन नहीं किया और हारने वाले उम्मीदवारों ने कहा कि वो भाजपा के लोगों की वज़ह से हारे। मुझे अपनी पार्टी का वजूद बचाये रखना था और लोगों की इच्छा के मुताबिक काम करना था।”
उन्होंने ये भी कहा कि राजद (RJD) के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के डिप्टी सीएम के तौर पर उनकी नवगठित महागठबंधन सरकार 15 अगस्त के बाद अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेगी। बिहार में नई सरकार राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिये 24 अगस्त को होने वाले शक्ति परीक्षण के लिये पूरी तरह तैयार है।