देश के अलग-अलग हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी का जमकर विरोध हो रहा है। राजधानी दिल्ली का शाहीन बाग इसका केन्द्र बना हुआ है। मुस्लिम महिलाओं ने यहाँ पर विरोध की कमान संभाल रखी है। देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग आकर इसमें भाग ले रहे है। प्रशासनिक नीतियों की स्वस्थ आलोचना और विरोध लोकतन्त्र को मजबूती देते है।
हाल में ही CAA,NRC और NPR का विरोध करने की आड़ में कुछ ऐसा हुआ, जिसकी आंशका सुरक्षा एजेन्सियां और लोकल इंटेलीजेंस यूनिट्स जाहिर कर चुकी है। इन एजेन्सियों के मुताबिक इन विरोध प्रदर्शनों की आड़ में देशविरोधी और कट्टर वामपंथी ताकतें सिर उठा सकती है। और लोगों को भड़काने का काम भी कर सकती है। कुछ इसी तरह की घटना देखने में आयी है।
ट्विटर पर शेफाली वैद्य नाम से एक यूजर ट्विट कर, एक वीडियो साझा करती है। जिसमें एक युवक जिसकी उम्र 32-36 साल के बीच है। वो भीड़ का संबोधित कर रहा है। अपनी बात रखते हुए वो कहता है कि,“अगर हम एकजुट हो जाये तो पूर्वात्तर को हिन्दुस्तान से काट सकते है। स्थायी तौर पर नहीं तो एक-दो महीनों के लिए तो काट ही सकते है। सड़क और पटरियों पर इतना बवाल करे कि, प्रशासन हटा ही नहीं पाये। आये (प्रशासनिक अमला) एयरफोर्स से आसाम को काटना हमारी जिम्मेदारी। जब हम ऐसा कर पायेगें तभी ये (केन्द्र सरकार) हमारी बात सुनेगें। आसाम में मुसलमानों का क्या हाल है सबको पता है। वहाँ एनआरसी लागू हो चुका है। डिटेंशन सेंटर में लोगों को डाला जा रहा है। वहाँ कत्लेआम चल रहा है। छह-आठ महीने में पता चलेगा। सारे बंगालियों को मार दिया गया। चाहे हिन्दु हो या मुसलमान। अगर हमें आसाम की मदद करनी है तो आसाम का रास्ता बंद करना होगा”
चालीस सैकेंड का ये वीडियो कहां का है, ये पता नहीं चल पाया है। भड़काऊ भाषण देने वाले की पहचान को भी पुख़्ता नहीं किया जा सका है। जांच एजेन्सियां ये पता लगाने में जुटी है कि ये वीडियों कब का है, कहां का है और बोलने वाला शख़्स कौन है।
ट्विटर पर कमेंट करने वालों के मुताबिक ये शख़्स जेएनयू छात्र बताया जा रहा है। कुछ दूसरे लोगों के मुताबिक ये आईआईटी से पास आउट है और जामिया में हुए दंगों और शाहीन बाग धरना प्रदर्शन का कर्ता-धर्ता बताया जा रहा है।
जैसे ही ये वीडियों सोशल मीडिया पर आया तो आग की तरह फैल गया। लोगों ने अपनी कड़ी प्रतिक्रियायें इसके खिल़ाफ जाहिर की।
दक्षिणपंथी विचारों की समर्थक शुभ्रस्त्रा ट्विट कर लिखती है- इस दंगाई को गिरफ्तार करवाना और जनता के बीच इसकी सच्चाई का पर्दाफाश करना हमारी जिम्मेवारी है। ये वीडियो जनता तक पहुँचना चाहिए। ताकि इन ज़नाब को ये मालूम चले कि जनता के बीच रहना कैसा है। तब देखना दिलचस्प होगा कि आव़ाम के सामने भारत और आसाम को लेकर ऐसे बयान कैसे दे पाता है।