एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): उत्तर कोरिया (North Korea) ने आज (18 नवंबर 2022) एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM- Intercontinental Ballistic Missile) दागी। इसे लेकर कोरियाई प्रायद्वीप का माहौल काफी गर्मा गया है। हाल ही में दक्षिण कोरिया (South Korea) ने कहा कि उत्तर कोरिया की उग्र सैन्य प्रतिक्रिया को चेतावनी देने के लिये उन्होनें भी मिसाइल लॉन्च की थी। माना जा रहा है कि अमेरिका की बढ़ती क्षेत्रीय मौजूदगी को लेकर उत्तर कोरिया काफी बौखलाया हुआ है।
मामले पर सियोल (Seoul) के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने पहले कहा कि उन्होनें पूर्व दिशा में बैलिस्टिक मिसाइल के लॉन्च का पता लगाया, कोस्टगार्ड ने जहाजों को पानी में गिरे मलबे के पास नहीं जाने की चेतावनी दी। लॉन्चिंग की जानकारी जापानी तट रक्षक ने भी दी थी। जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा (Prime Minister Fumio Kishida) ने कहा कि माना जाता है कि उत्तरी कोरियाई मिसाइल होक्काइडो (Hokkaido) के उत्तरी इलाके से देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के भीतर समुद्र में गिर गयी।
उन्होंने आगे कहा कि, “ऐसा माना जाता है कि उत्तर कोरिया की ओर से लॉन्च की गयी बैलिस्टिक मिसाइल होक्काइडो के पश्चिम में हमारे ईईजेड में गिरी है।” किशिदा ने ये भी बताया कि जहाजों या विमानों को नुकसान पहुँचने की कोई जानकारी फिलहाल नहीं मिली है।
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि गिरी मिसाइल आईसीबीएम है, जो कि उत्तर कोरिया का सबसे लंबी दूरी का हथियार है। ये अन्तर महाद्वीपीय मिसाइल संयुक्त राज्य अमेरिका में कहीं भी निशाना लगाने में पूरी तरह समक्ष है।
उत्तर कोरिया ने एक दिन पहले ही कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी। उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री चो सोन हुई (North Korean Foreign Minister Cho Son Hui) ने भी अपनी सैन्य मौजूदगी को बढ़ाने के लिये तेज हो रही अमेरिकी सैन्य कवायदों के खिलाफ चेतावनी दी थी। चो सोन ने कहा था कि वाशिंगटन (Washington) बड़ा जुआ खेल रहा है, इसे लेकर वो बुरी तरह पछतायेगा।
रविवार को आयोजित संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन को चो ने एक बयान में खारिज कर दिया था। तीनों देशों के नेताओं ने प्योंगयांग (Pyongyang) के हथियारों के परीक्षण की आलोचना की थी और ज़्यादा सुरक्षा सहयोग देने का वादा किया था।
मामले पर व्हाइट हाउस (White House) ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष यून सुक-योल (Yoon Suk-yeol) और जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा के साथ उत्तर कोरिया के सामूहिक विनाश और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के अवैध हथियारों से पैदा हुए खतरे से निपटने के तरीकों पर चर्चा की।
बता दे कि उत्तर कोरिया ने इस साल रिकॉर्ड तादाद में बैलिस्टिक मिसाइल टेस्टिंग की हैं, उत्तर कोरिया ने हाल ही में समुद्र में सैकड़ों तोपों के गोले दागे हैं क्योंकि दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने संयुक्त युद्धाभ्यास किया था, जिसमें जापान भी शामिल था।