एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): आज (4 अक्टूबर 2022) उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) दागी। क्षेत्र में अमेरिकी सहयोगियों को ध्यान में रखकर हमला करने के लिये डिज़ाइन किये गये हथियारों के परीक्षण में उत्तर कोरिया (North Korea) ने खासा इज़ाफा किया है। जनवरी के बाद से उत्तर कोरिया का ये सबसे अहम मिसाइल परीक्षण है, जब उसने गुआम के अमेरिकी इलाके तक पहुंचने में सक्षम ह्वासोंग -12 (Hwaseong-12) मध्यम दूरी की मिसाइल दागी थी। साल 2017 के बाद से ये पहली बार है कि उत्तर कोरियाई मिसाइल ने जापान के ऊपर से उड़ान भरी है।
जापानी प्रधान मंत्री के कार्यालय ने कहा कि उत्तर कोरिया से दागी गयी मिसाइलों में से कम से कम एक मिसाइल जापान के ऊपर उड़ी और माना जाता है कि वो प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में उतरी थी। जापानी अधिकारियों ने पूर्वोत्तर इलाकों के निवासियों को आस-पास की इमारतों को खाली करने के लिये ‘जे-अलर्ट’ जारी किया, साल 2017 के बाद से इस तरह का ये पहला अलर्ट है। जापान के होक्काइडो और आओमोरी (Hokkaido and Aomori) इलाकों में ट्रेनों को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया। इससे पहले कि उनके संचालन को सरकारी नोटिस के बाद फिर से शुरू किया गया। जब ये बात सामने आयी थी कि उत्तर कोरियाई मिसाइल प्रशांत क्षेत्र में उतरी है।
जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा (Prime Minister Fumio Kishida) ने मीडिया से कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में लॉन्च की गयी मिसाइल श्रृंखलाओं के बाद की गयी गोलीबारी लापरवाह काम है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।” उन्होंने कहा कि वो स्थिति पर चर्चा करने के लिये राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का गठन करेंगे।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो (Hirokazu Matsuno) ने कहा कि उत्तर कोरिया के मिसाइल लॉन्च के बाद नुकसान की कोई फौरी खबर सामने नहीं आयी है। उन्होंने कहा कि मिसाइल 22 मिनट की उड़ान के बाद देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर पानी में उतरी। मामले पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा कि उत्तर कोरिया ने एक मध्यम दूरी की मिसाइल लॉन्च की, जिसकी रेंज 4,000 किलोमीटर (2,485 मील) है। ये रेंज अमेरिकी बेस गुआम (US Base Guam) को निशान बनाने की पूरी काबिलियत रखती है।
मौजूदा मिसाइल लॉन्च पिछले 10 दिनों के दौरान उत्तर कोरिया द्वारा हथियारों के परीक्षण का पांचवां दौर है, जिसे दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास समेत पिछले हफ्ते जापान से जुड़े सहयोगियों के अन्य प्रशिक्षण के लिये सीधी प्रतिक्रिया के तौर पर देखा गया। उत्तर कोरिया इस तरह के अभ्यास को आक्रमण पूर्वाभ्यास के रूप में देखा जा रहा है।