पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी का दौर शुरू हो गया है। भगवंत मान ने राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। और इस शपथ के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति में बहुत कुछ बदल गया। अब अरविंद केजरीवाल सिर्फ दिल्ली के कप्तान नहीं रहे। दरअसल वो राष्ट्रीय राजनीति की पिच पर बल्लेबाजी करने उतरे चुके है।
पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य में ऐसी सरकार आ गयी है, जो केंद्र में बैठी मोदी सरकार (Modi government) को सहयोग नहीं कर सकती। और पंजाब की जनता को अरविंद केजरीवाल द्वारा चुनाव में किये गये वादों के पूरा होने का इंतजार होने लगा है।
पंजाब के इतिहास में ये पहली बार है कि किसी मुख्यमंत्री ने राजभवन के बाहर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया है। ये आयोजन 50 एकड़ के क्षेत्र में हुआ, जहां 40000 कुर्सियां, एन्ट्री के लिये 33 गेट और वीवीआईपी नेताओं के लिये चार हेलीपैड बनाये गये। पूरे कार्यक्रम पर लगभग 2 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
शपथ ग्रहण समारोह शहीद भगत सिंह के गांव खटकर कलां (Khatkar Kalan, the village of Shaheed Bhagat Singh) में हुआ, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस कार्यक्रम में उनके परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ। यानि आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने अच्छा प्रयास किया, लेकिन उसे शहीद भगत सिंह के परिवार का आशीर्वाद नहीं मिला। दरअसल उनके परिवार वालों को लगता है कि कार्यक्रम में सब कुछ था, लेकिन उसमें वो सब नहीं था, जो कि आम आदमी के लिये होना चाहिये।
हालांकि भगवंत मान ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पंजाब की जनता से किये सभी वादों को पूरा करने की बात कही। इस दौरान उनके साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) भी मंच पर मौजूद थे।
बता दे कि 48 वर्षीय भगवंत मान का जन्म पंजाब के संगरूर (Sangrur) में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल के प्रिंसिपल थे। लेकिन भगवंत मान का मन पढ़ाई में ज्यादा नहीं लगा। उन्होंने बीकॉम की पढ़ाई के लिये कॉलेज में दाखिला लिया लेकिन एक साल बाद कॉलेज छोड़ दिया। ये उसी दौर की बात है जब उन्होंने कॉमेडियन के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। और वो अपनी कॉमेडी में नेताओं पर बरसते थे, लेकिन अब वो खुद एक बड़े नेता बन गये हैं और पंजाब जैसे राज्य की कमान उन्हीं के पास है।
ये भी इत्तेफाक है कि लाफ्टर चैलेंज शो (Laughter Challenge Show) में जज रहते हुए नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने कंटेस्टेंट के तौर पर भगवंत मान को शो से बाहर कर दिया था। आज उसी भगवंत मान ने सिद्धू को पंजाब की राजनीति से बेदखल कर दिया है।