न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): आज वैलेंटाइन डे (Valentine day) है और दुनियाभर के लवर्स इस दिन को अपने पार्टनर के साथ सेलिब्रेट कर रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान में तस्वीर थोड़ी अलग दिखायी दे रही है। पाकिस्तान (Pakistan) की राजधानी में इस्लामाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज (Islamabad International Medical College) ने अपने छात्रों के लिये वेलेंटाइन डे पर खास फरमान जारी कियो हैं। एक ओर जहां लड़कियों को हिजाब पहनने के लिये कहा गया है, वहीं पुरुष छात्रों को महिला छात्राओं से हर वक़्त दो मीटर की दूरी बनाये रखते हुए सफेद जालीदार टोपी पहनने के लिये कहा गया है।
इसके लिये कॉलेज ने सर्कुलर जारी कर छात्रों को वैलेंटाइन्स डे और इससे जुड़ी एक्टीविटी में हिस्सा होने से रोक दिया है। कॉलेज का मानना है कि इस तरह की हरकतें युवाओं गलत रास्ते पर जा सकती है। प्रोटोकॉल में कहा गया है, “सभी छात्राओं को यूनिवर्सिटी ड्रेस कोड (University Dress Code) के मुताबिक हिजाब के साथ सिर, गर्दन और छाती को अच्छी तरह से ढके हुए रखना होगा। साथ ही पुरुष छात्रों को सफेद प्रार्थना टोपी पहनने का सख्ती से आदेश जारी किया जात है।” सर्कुलर में चेतावनी के साथ आगे कहा गया कि जो कोई इस नियम का पालन नहीं करेगा तो यूनिवर्सिटी प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।
चेतावनी में आगे कहा गया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीस कर्मचारी वेलेंटाइन डे के मौके पर गश्त करेंगे। इस दौरान अगर कोई सर्कुलर के फरमान का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो उस पर 5,000 पाकिस्तानी रूपयों का जुर्माना लगाया जायेगा। इन पैसों को आगे किसी भले काम के लिये खर्च किया जायेगा।
इस सर्कुलर ने ट्विटर पर बड़ी बहस छेड़ दी है, जिसमें कुछ ने फैसले आलोचना की, जबकि कुछ लोगों इन दिशानिर्देशों का समर्थन किया है। इसी पर मुद्दे पर एक पोस्ट में लिखा गया कि “ये अजीब है। अगर कोई वेलेंटाइन (क्योंकि) नहीं मनाना चाहता है, तो वो मुस्लिम हैं। वो अपनी ताकत धर्म के अभ्यास पर लगाते है, इसमें में कुछ गलत नहीं है लेकिन किसी पर ज़बरन धार्मिक मान्यतायें थोंपना सरासर गलत है।”