न्यूज डेस्क (निकुंजा राव): लॉकडाउन (Lockdown) के बीच रेलवे (Railway) ने सीमित स्तर पर गाड़ियों का संचालन शुरू कर दिया है। ऐसे में रेलवे ने अपने काउंटर टिकट बुकिंग सेंटर्स के सॉफ्टवेयर्स (Counter Ticket Booking Centers) में कुछ अहम बदलाव किए है। जिसकी वजह से इन जानकारियों के बगैर Railway Ticket की Booking होगी नामुमकिन। अब टिकट बुकिंग फॉर्म में यात्रियों को अपना पूरा पता रेलवे से साझा करना होगा। जिसमें शामिल होगा घर का पता, गली नंबर, तहसील, ब्लॉक, जिला, मोहल्ला इत्यादि। हालांकि रेलवे इससे पहले भी टिकट बुकिंग फॉर्म (Ticket booking form) में घर का पता भरवाता रहा है। लेकिन उस दौरान इतने गहन तरीके से फॉर्म में घर का पता नहीं भरा जाता था। लेकिन अब यह अनिवार्य कर दिया गया है। मौजूदा वक्त में प्रवासी मजदूर (Migrant labor) सहित कई लोग बड़ी तादाद में पलायन कर रहे हैं। जिसे देखते हुए कई सूबों की सरकारों ने अपने यहां आने वाले लोगों का विवरण रेलवे से मांगा था।
इसी मांग को देखते हुए भारतीय रेलवे की पब्लिक सेक्टर यूनिट (Public sector unit) सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉरमेशन सिस्टम (CRIS- Center for Railway Information System) ने आईआरसीटीसी (IRCTC) के टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर में बदलाव किये। ऐसे में यात्रियों को काउंटर टिकट बुकिंग के लिए अपने गंतव्य का पूरा पता देना होगा। इस जानकारी को रेलवे सीधा राज्य सरकारों से साझा करेगा। साथ ही यात्रा के दौरान यात्रियों को वही मोबाइल नंबर (Mobile Number) इस्तेमाल करना होगा, जिसका विवरण टिकट फॉर्म में भरा गया था। फॉर्म में पता भरने के साथ यात्रियों को अब टिकट बुकिंग क्लर्क (Ticket booking clerk) को गंतव्य तक जाने का कारण भी बताना होगा।
गौरतलब है कि, रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन के साथ अब 100 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन कर रहा है। 4197 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मदद से तकरीबन 58 लाख से ज्यादा पैसेंजर घर जाने में कामयाब हो पाए। फिलहाल रेलवे ने सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन गाइडलाइंस (Social Distancing and Lockdown Guidelines) के पालन के लिए आरपीएसएफ और जीआरपी (RPSF and GRP) को विशेष निर्देश दे रखे हैं। रेलवे स्टेशनों पर और चलती ट्रेन के दौरान ये लोग सुरक्षा संभालने के साथ वायरस इन्फेक्शन (Virus infection) से जुड़े सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करवाएंगे।