न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Nuh Violence: आज (15 सितंबर 2023) 31 जुलाई को नूंह हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक मम्मन खान (Congress MLA Mamman Khan) को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके चलते इलाके में तनाव फैल गया। हालातों को देखते हुए प्रशासन ने जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी, जिसके चलते इलाके में दो दिनों के लिये मोबाइल इंटरनेट सर्विसेज को रोक दिया गया है
फिरोजपुर झिरका (Firozpur Jhirka) विधायक मम्मन खान जिन्हें सांप्रदायिक झड़पों के बाद दर्ज की गयी एफआईआर में आरोपी के तौर पर नामित किया गया था, को कल (14 सितंबर 2023) देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। एफआईआर में अन्य आरोपों के अलावा धर्म के आधार पर लोगों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना भी शामिल है।
फिरोजपुर झिरखा के पुलिस उपाधीक्षक और मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल के प्रमुख सतीश कुमार ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की। जब उनसे पूछा गया कि क्या विधायक को गिरफ्तार किया गया है तो उन्होंने कहा, “हां।” नूंह से वरिष्ठ कांग्रेस विधायक आफताब अहमद (MLA Aftab Ahmed) ने भी खान की गिरफ्तारी की पुष्टि की। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के उपनेता ने कहा कि, ”पुलिस ने हमें जानकारी दी है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
हालातों को देखते हुए नूंह में अदालत परिसर और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है, जहां खान को दिन में पुलिस की ओर से पेश किये जाने की उम्मीद है।
हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने बीते गुरुवार (14 सितंबर 2023) को उच्च न्यायालय को बताया था कि नूंह हिंसा के बाद दर्ज एक एफआईआर में खान को आरोपी के तौर पर नामजद किया गया था, साथ ही दावा किया था कि पुलिस के पास आरोपों को साबित करने के लिये फोन कॉल रिकॉर्ड समेत कई सबूत हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने बीते बुधवार (13 सितंबर 2023) को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मम्मन खान मामले के बारे में बात रखी थी। उन्होंने कहा था, “अगर जांच के दौरान अगर उनकी किसी भी तरह की कोई भूमिका सामने आती है तो उन्हें बख्शा नहीं जायेगा।”
मामले को लेकर हरियाणा के अतिरिक्त महाधिवक्ता दीपक सभरवाल (Additional Advocate General Deepak Sabharwal) ने उच्च न्यायालय को बताया कि खान के खिलाफ सबूतों को आंकने के बाद उन्हें 4 सितंबर को आरोपी बनाया गया। बाद में उन्होंने गुरुवार को मीडिया से कहा कि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत पाये गये हैं।
31 जुलाई को नूंह में विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) की अगुवाई वाले जुलूस पर भीड़ की ओर से हमला किया गया था। हमले के दौरान छह लोगों की मौत हो गयी थी, जिनमें से ज्यादातर लोग मारे गये थे। गुरुग्राम से सटी एक मस्जिद पर हुए हमले में एक नायब मौलवी की मौत हो गयी थी
फिरोजपुर झिरका के विधायक ने मंगलवार को अदालत का रुख कर गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग की थी और दावा किया था कि उन्हें इस मामले में साज़िशन फंसाया जा रहा है जबकि हिंसा भड़कने के दिन वो नूंह में मौजूदगी नहीं थे।
विधायक के वकील ने सुनवाई के बाद मीडिया से कहा कि खान को अभी पता चला है कि उनका नाम एफआईआर में है। उनके वकील से कोर्ट ने कहा था कि मम्मन खान कानून के मुताबिक स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिये उचित उपाय की तलाश कर सकते हैं।
इससे पहले विधायक को नूंह पुलिस ने दो बार जांच में शामिल होने के लिये कहा था, लेकिन वो हरियाणा पुलिस के सामने पेश होने में नाकाम रहे। 31 अगस्त के दिन पुलिस के समन पर पेश होने से उन्होनें ये कहते हुए इंकार कर दिया कि उन्हें वायरल बुखार है।