नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): Nuh Violence Case: हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने बीते मंगलवार (15 अगस्त 2023) बजरंग दल के सदस्य और कथित गौरक्षक बिट्टू बजरंगी (Cow Protector Bittu Bajrangi) को गिरफ्तार कर लिया। लाठी-डंडे और पिस्तौल से लैस पुलिस ने बिट्टू के घर के आसपास कुछ देर तक उसका पीछा किया। बिट्टू बजरंगी के घर के आस-पास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि कैसे कुछ पुलिसवालों ने गोरक्षकों का पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया।
सामने आ रही फुटेज में देखा गया कि कम से कम 15 से 20 पुलिस अधिकारी लुंगी पहने गौ रक्षकों का पीछा कर रहे थे। मंगलवार दोपहर को फरीदाबाद के डबुआ (Dabua of Faridabad) की गलियों में पीछा करने के बाद आखिरकार पुलिस ने बिट्टू को धरदबोचा।
बिट्टू बजरंगी बजरंग दल कार्यकर्ता और स्वयंभू गौरक्षक है, जो कि अपने भड़काऊ बयानों के लिये जाना जाता है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बिट्टू का असली नाम राज कुमार है। वो फ़रीदाबाद का स्वघोषित गौरक्षक है। वो गौरक्षा बजरंग फोर्स का फरीदाबाद प्रमुख भी हैं।
बजरंग दल के कार्यक्रम (बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा) से पहले उनका वीडियो वायरल होने के बाद उस पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया था, जिस चलते 31 जुलाई को नूंह में मुस्लिम दंगाइयों (Muslim Rioters) ने हमला किया। गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने उससे पूछताछ की। नूंह हिंसा मामले में ये पहली बड़ी गिरफ्तारी है।
जब हिंसा शुरू हुई तो बिट्टू बजरंगी बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन में शामिल था। उस पर विवाद के दौरान पुलिस से बंदूकें चुराने का आरोप है, जिसकी वज़ह से उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। बिट्टू को हरियाणा दंगों (Haryana Riots) के तुरंत बाद 4 अगस्त को फरीदाबाद पुलिस ने हिरासत में लिया था, हालांकि, उसे उसी दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
उस पर बृज मंडल यात्रा (Brij Mandal Yatra) शुरू होने से पहले सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ बयान जारी करने का भी आरोप है। नूंह पुलिस के मुताबिक एएसपी उषा कुंडू (ASP Usha Kundu) ने मंगलवार को सदर नूंह थाने में शिकायत दी तो बिट्टू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी। दंगा करने और आर्म्स एक्ट (Arms Act) की धारा 25 का उल्लंघन करने के अलावा उसके खिलाफ आरोपों में सरकारी काम में बाधा डालने के लिये हमला करना या गैरकानूनी तौर पर ताकत का इस्तेमाल करना भी शामिल है।