न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) और निष्कासित नेता नवीन जिंदल (Naveen Jindal) द्वारा पैगंबर मुहम्मद साहब (Prophet Muhammad) पर दिये गये विवादास्पद बयान के खिलाफ बीते शुक्रवार (10 जून 2022) को जुम्मे की नमाज के बाद रांची (Ranchi) में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गयी। रिम्स के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि, “रांची में हुई हिंसा के बाद राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS- Rajendra Institute of Medical Sciences) लाये गये घायलों में से दो लोगों की मौत हो गयी है।”
शुक्रवार की नमाज के बाद शुरू हुआ प्रदर्शन पथराव, कई गाड़ियों में आग लगाने और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद हिंसक हो गया। कल हुए विरोध प्रदर्शन में कई लोग घायल हो गये। जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और रांची के हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू (Curfew) लगा दिया, जिससे हालात काबू में आ गये। शहर में विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर आज यानि 11 जून को सुबह छह बजे तक रांची में सभी इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया।
मामले पर रांची पुलिस के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अनीश गुप्ता ने कहा था कि “थोड़ा तनावपूर्ण” होने के बावजूद हालात “नियंत्रण में” है। कई खाड़ी देशों द्वारा पैगंबर के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ नाराजगी ज़ाहिर करने के बाद देश में पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई में राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखा गया।
पंजाब में प्रदर्शनकारियों ने बर्खास्त नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की, जबकि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शुक्रवार की नमाज के बाद पथराव और नारेबाजी की घटनायें देखी गयी। रिपोर्टों के मुताबिक दिल्ली की जामा मस्जिद (Delhi’s Jama Masjid) में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसे बाद में पुलिस ने मौके से प्रदर्शनकारियों को हटाकर हालातों को अपने काबू में कर लिया।
गौरतलब है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया। कुछ खाड़ी देशों (Gulf Countries) ने भी मामले पर अपना विरोध दर्ज कराया। हालांकि भारत ने बीते गुरूवार (9 जून 2022) को दोहराया कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती है और टिप्पणी करने वालों के खिलाफ संबंधित पदाधिकारियों ने कार्रवाई की है।
दिल्ली पुलिस ने बीते बुधवार (8 जून 2022) को दो एफआईआर दर्ज की- एक भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ और दूसरी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM- All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और विवादास्पद पुजारी यति नरसिंहानंद (Yeti Narasimhananda) समेत 31 लोगों के खिलाफ कथित तौर पर नफरत फैलाने के आरोप में।