नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): पुरानी शराब नीति ने आज (1 सितम्बर 2022) दिल्ली (Delhi) में फिर वापसी की और प्राइवेट वेंडरों के बाहर निकलने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सरकार द्वारा संचालित वेंडर फिर से खुल गये। हालांकि सरकार ने 300 ठेके खोलने की योजना बनायी है, लेकिन पहले दिन करीब 240 ठेकों को ऑप्रेशनल किया जायेगा, ऐसे में कई लोकप्रिय शराब ब्रांड आउट ऑफ स्टॉक हो सकते हैं क्योंकि अब तक सिर्फ 130 भारतीय निर्मित विदेशी शराब और 230 विदेशी शराब ब्रांड सरकार के पास रजिस्टर्ड हैं।
बता दे कि कई इम्पोर्टिड ब्रांडों को रजिस्टर्ड नहीं किया गया है, इससे होटल, पब और रेस्तरां के कामकाज़ पर खासा असर पड़ सकता, शराब की कीमतों में इज़ाफे की भी उम्मीद है क्योंकि नई शराब नीति को बंद करने के बाद छूट की मंजूरी नहीं दी जायेगी।
सितंबर में प्रति दिन 12 लाख बोतलों की मांग की उम्मीद करते हुए, 40 लाख बोतलों का स्टॉक कर लिया गया है। सरकार द्वारा और ज़्यादा ठेके खोलने की मांग के बाद सप्लाई स्टेबल हो जायेगी।
एलजी वीके सक्सेना (LG VK Saxena) ने सीबीआई (CBI) जांच का आदेश देने के बाद दिल्ली सरकार द्वारा नयी आबकारी नीति को रद्द कर दिया गया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि रिश्वत के बदले में शराब लाइसेंस देने के दौरान निजी वेंडरों का पक्ष लिया गया। एजेंसी ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) समेत 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
गौरतलब है कि पिछले महीने सीबीआई ने सिसोदिया के घर पर छापा मारा, जिससे दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दिल्ली सरकार 422 वेंडर लगाने की योजना बना रही है। इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) पर निजी वेंडरों द्वारा चलाई जा रही शराब की दुकानें आज से बंद हो जायेगी।
मामले पर सिसोदिया ने दावा किया है कि केंद्र आप नेता को निशाना बना रहा है क्योंकि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को चुनौती दे रहे हैं। पिछले हफ्ते सीबीआई ने सिसोदिया के बैंक लॉकर की तलाशी ली थी। जिसे सिसोदिया ने बाद में कहा कि उन्हें कुछ नहीं मिला और उन्होंने उन्हें वर्चुअल क्लीन चिट दे दी।