न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): ट्रेड यूनियनों के 28-29 मार्च को देशव्यापी बंद (Nationwide Bandh) के आह्वान के बाद पश्चिम बंगाल सरकार (Government of West Bengal) ने बीते शनिवार (26 मार्च 2022) को कहा कि उस दिन सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे और कर्मचारियों को ड्यूटी के लिये रिपोर्ट करना जरूरी है।
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा जारी ज्ञापन में कहा गया कि- “28 और 29 मार्च, 2022 को 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल/ बंद के लिये विभिन्न ट्रेड यूनियनों (Trade unions) और अन्य लोगों द्वारा दिये गये आह्वान के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है कि राज्य सरकार के अनुदान से चलाये जा रहे कार्यालय समेत सभी सरकारी के कार्यालय खुले रहेंगे और सभी कर्मचारियों को उस दिन ड्यूटी पर रिपोर्ट करना होगा।”
पश्चिम बंगाल सरकार ने आगे कहा कि- “ये फैसला लिया गया है कि हड़ताल वाली तारीख पर किसी भी कर्मचारी को प्रथम छमाही में या दूसरे छमाही में या पूरे दिन के लिये कोई आकस्मिक अवकाश (Casual leave) या गैरहाज़िरी के लिये कोई अन्य अवकाश नहीं दिया जायेगा। ये आगे नोटिफाई किया जाता है कि गैरहाज़िरी उन दिनों में कर्मचारियों की संख्या को ‘डाईस-नॉन’ के तौर पर माना जायेगा साथ ही कोई वेतन स्वीकार्य नहीं होगा।”
बता दे कि श्रमिकों, किसानों और लोगों को प्रभावित करने वाली सरकारी नीतियों के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने 28 और 29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल (Nationwide Strike) का आह्वान किया है।
इस दौरान देश के ज़्यादातर हिस्सों में होटल खुले रहेंगे। बसों और ट्रेनों के टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग खुली रहेगी और परिवहन प्रभावित होने की संभावना नहीं है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने निजीकरण की ओर कदम को उठाने के लिये केंद्र के विरोध में बैंकों ने देशव्यापी बंद को अपना समर्थन दिया।
दूसरे मोर्चें पर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को 28 और 29 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान ड्यूटी पर आने के लिये कहा है। अगर कोई कार्यालय में आने में नाकाम रहता है तो उन्हें सरकार से कारण बताओ नोटिस (Show cause notice) मिलेगा।