न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): इंडियन वर्ल्ड फोरम (Indian World Forum) ने भारत सरकार के साथ समन्वय और सोबती फाउंडेशन की मदद से भारतीय नागरिक सतवीर सिंह की भारत वापसी करवायी जो कि काबुल में गुरुद्वारा करता परवन के प्रमुख ग्रंथी के तौर पर गुरूद्वारा साहिब (Gurdwara Sahib) को अपनी सेवायें दे रहे थे। साथ ही खोस्त गुरुद्वारा के केयरटेकर अफगानी नागरिक सोरजीत सिंह साजन पाल को भी भारत लाया गया। इन सभी की भारत वापसी इसलिये खास रही क्योंकि इन्हें गुरु नानक देव की 552वीं जयंती की पूर्व संध्या पर अफगानिस्तान से निकाला गया।
शुक्रवार (19 नवंबर 2018) देर रात दिल्ली पहुंचे सोरजीत सिंह ने कहा, "मुश्किल हालातों के बीच मुझे अफगानिस्तान से निकालने के लिये मैं भारत सरकार का बेहद आभारी हूं।" सोरजीत ने आगे दावा किया कि वो सिर्फ 15 दिनों के लिये अफगानिस्तान (Afghanistan) गये थे लेकिन अब 8 महीने बाद उनकी भारत वापसी हो रही है। अफगानिस्तान में लोग डर के साये में जी रहे हैं।
हालांकि इस दौरान प्रमुख ग्रंथी गुरुद्वारा करता परवान काबुल सतवीर सिंह ने कहा कि तालिबान (Taliban) के कुछ प्रतिनिधियों ने हमें सुरक्षा और सहयोग का आश्वासन दिया था। सतवीर ने इस बात पर भी जोर दिया कि अफगानिस्तान में काम करने वाले हिंदू और सिख समुदाय (Sikh community) के सदस्य भारत आना चाहते हैं।