न्यूज़ डेस्क (श्रेयसी श्रीधरा): वायरस (Virus) का खतरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। इस दौरान सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका,स्पेन और इटली (America, Spain and Italy) को उठाना पड़ रहा है। इन देशों में मौतों का आंकड़ा (Death toll) बहुत ऊंचा है। हालातों की भयावहता रूबरू कराने के लिए न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार (New York Times newspaper) ने पहल की। जिसके तहत अखबार ने अपने फ्रंट पेज पर इंफेक्शन से मरने वाले तकरीबन 1 लाख लोगों का नाम प्रकाशित किया। अखबार के पहले पन्ने पर ना ही कोई विज्ञापन है और ना ही कोई खबर सिर्फ मरने वालों की लिस्ट है। मौजूदा वक्त में दुनिया भर में 3.40 लाख लोग कोरोनो इंफेक्शन (Corona infection) से अपनी जान गवां चुके हैं। सिर्फ अमेरिका में ही वायरस संक्रमण से एक लाख लोग मर चुके हैं और तकरीबन 16 लाख लोग इंफैक्टेड है। अखबार की हेडलाइन में लिखा है कि, अमेरिका में तकरीबन एक लाख मौतें, अपूरणीय क्षति। बाएं तरफ अखबार न छपा- ये सिर्फ नाम नहीं है, ये लोग हममें से हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स में ग्राफिक्स डेस्क सहायक संपादक सिमोन लैंडन (Graphics Desk Assistant Editor Simone Landon) के मुताबिक संपादक मंडल (editorial board) संख्याओं को महत्व देते हुए हालातों की भयावहता की ओर पाठकों का ध्यान आकर्षित करना चाहता है। अगर ग्राफिक्स की सहायता से एक लाख बिंदुओं को छापा जाता तो संक्रमण से मरने वालों की पहचान छिप जाती।
हालांकि कुछ इसी तरह की पहल ब्राजीलियन अखबार ग्लोबो (Brazilian newspaper Globo) ने भी की थी। दोनों अखबार अपने स्तर पर इंफेक्शन से मरे लोगों को श्रद्धांजलि (homage) दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अखबारों की ये पहल राष्ट्राध्यक्षों (Heads of state) के लिए बड़ा संदेश है। साथ ही इस दौर में मीडिया जगत (Media world) लोगों को जागरूक करने से लेकर हर तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए कार्यरत है। जिस तरह की पहल न्यूयॉर्क टाइम्स और ग्लोबो ने की है। उससे बचाव और रोकथाम के काम में लगी सरकारी (Government agencies) एजेन्सियां और भी ज़्यादा गंभीरता से काम करेगी।