न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): पिछले दो दिनों से मुंबई में मंथन कर रहे विपक्ष के इंडिया (Opposition alliance INDIA) ग्रुप ने 14 सदस्यीय कोर्डिनेशन पैनल का गठन किया और कहा कि वो जल्द ही अपने सदस्यों के बीच सीट-बंटवारे का फॉर्मूला लेकर आयेगें। इस बीच केंद्र के ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के ताजातरीन प्रस्ताव को लेकर चल रही राजनीतिक खींचतान के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने कहा कि विपक्ष के इंडिया गठबंधन की ताकत से सत्तारूढ़ मोदी सरकार (Modi government) बुरी तरह घबरायी हुई है। इसी मुद्दे पर उन्होंने विपक्षी नेताओं से कहा कि, “हमें इस सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के चलते आने वाले महीनों में और ज्यादा हमलों, छापों और गिरफ्तारियों के लिये तैयार रहना चाहिए।”
बता दे कि आज (1 सितंबर 2023) मोदी सरकार ने ऐलान किया कि वो पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Former President Ram Nath Kovind) की अगुवाई में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ समिति का गठन कर रहा है। ये कमेटी ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ मुद्दे का अध्ययन कर एक रिपोर्ट भी सौंपेगी। इस बीच विपक्षी इंडिया गुट ने अपने आधिकारिक लोगो के अनावरण की योजना को स्थगित कर दिया है। शिव सेना यूबीटी नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के मुताबिक, कुछ नेताओं ने लोगो की जरूरत पर आपत्ति जतायी थी, जबकि हर पार्टी का अपना पार्टी चुनाव चिह्न होता है।”
INDIA गठबंधन की अभियान समिति में शामिल होगें ये नेता
कांग्रेस से गुरदीप सिंह सप्पल, जदयू से संजय झा, एस.एस से अनिल देसाई, राजद से संजय यादव, एनसीपी से पीसी चाको, झामुमो से चंपई सोरेन, एसपी से किरणमय नंदा, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह, सीपीआई (एम) से अरुण कुमार, सीपीआई से बिनॉय विश्वम, एनसी से हसनैन मसूदी, रालोद से शाहिद सिद्दीकी, आरएसपी से एनके प्रेमचंद्रन, एआईएफबी से जी देवराजन, सीपीआई (एमएल)से रवि राय, वीसीके से तिरुमावलन, आईयूएमएल से केएम कादर मोइदीन, केसी(एम)से जोस के. मणि और टीएमसी (नाम अभी तय नहीं)
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गठबंधन की रणनीति का रोडमैप पेश करते हुए बताया कि, “पटना में पहली बैठक एजेंडा तय करने के बारे में थी। फिर दूसरी मुलाकात बेंगलुरु में हुई। हम सब फिर मुंबई में मिल रहे हैं। हमारा मकसद महंगाई, और बेरोजगारी से लड़ना है। मोदी 100 रुपये बढ़ाते हैं और 2 रुपये कम करते हैं। गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी का कोई मतलब नहीं है। ये सरासर फर्जीवाड़ा है। मोदी कभी गरीबों के लिये काम नहीं कर सकते। वो बड़े उद्योगपतियों के लिये काम करते है। ये अहम है कि INDIA गठबंधन ये सब रोकने के लिये भारी जीत हासिल करे।”
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि- “हम आज तय किये गये प्रस्तावों के आधार पर काम करेंगे। हम राज्यों में बैठकें करेंगे। मैंने एजेंसियों का इस्तेमाल इस तरह कभी नहीं देखा जिस तरह से आज किया जा रहा है। मोदी ने बिना किसी से पूछे विशेष सत्र का ऐलान कर दिया, किसी कमेटी को नहीं बुलाया गया। साथ ही अन्य लोगों से कोई चर्चा नहीं की गयी। जब मणिपुर (Manipur) जल रहा था, कोविड के मामले बढ़ रहे थे, चीन भारतीय भूमि पर कब्जा कर रहा था, तब कभी विशेष सत्र नहीं बुलाया गया। अभी मुझे एजेंडा नहीं पता। हम तानाशाही की ओर बढ़ रहे हैं। संस्थागत भ्रष्टाचार मोदी सरकार की निशानी है। अगली बैठक जल्द ही तय की जायेगी।”
INDIA गठबंधन की ओर से अपनाये गये प्रस्ताव के बाद शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि- “ये तीसरी बैठक है। INDIA गठबंधन मजबूत हो रहा है। विरोधी डरे हुए हैं। हमने कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। हम तानाशाहों और भाईचारे के खिलाफ लड़ेंगे। लड़ाई तेज़ होती जा रही है। हम सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमने भयमुक्त भारत के लिये हाथ मिलाया है। पांच साल तक मोदी सरकार की लूट और चुनावी साल में रियायत बर्दाश्त नहीं की जायेगी।”
INDIA गठबंधन की कोर्डिनेशन कमेटी में शामिल होगें ये चेहरे
केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), शरद पवार (एनसीपी), एमके स्टालिन (डीएमके), संजय राउत ( शिव सेना यूबीटी), तेजस्वी यादव (आरजेडी), अभिषेक बनर्जी (टीएमसी), राघव चड्ढा (आप), जावेद अली खान (एसपी), लल्लन सिंह (जेडीयू), हेमंत सोरेन (जेएमएम), डी राजा (सीपीआई), उमर अब्दुल्ला (एनसी) और महबूबा मुफ्ती (पीडीपी)।
पिछले दो दिनों से मुंबई में विचार-मंथन कर रहे विपक्ष के INDIA गठबंधन ने 13 सदस्यीय समन्वय पैनल का गठन किया और कहा कि वो जल्द ही अगले साल के लोकसभा चुनावों के लिये अपने सदस्यों के बीच सीट-बंटवारे का फॉर्मूला लेकर आयेगें।
इस बीच विपक्ष खासतौर से कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। इसी क्रम में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि- “कल राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अदानी ग्रुप पर कथित तौर पर स्टॉक में हेरफेर पर पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने मॉरीशस की कंपनी से राउंड-ट्रिपिंग के आरोपों और ओपेक इन्वेस्टमेंट की रिपोर्ट पर जेपीसी जांच की मांग की। ये समझ से परे है कि प्रधानमंत्री इस मामले की जांच क्यों नहीं करा रहे हैं?’
खड़गे ने आगे कहा कि- “विपक्ष शासित राज्यों को मनरेगा का बकाया नहीं दिया जा रहा है। विशेष अनुदान और राज्य के लिये विशिष्ट अनुदान वित्त आयोग की सिफारिश के मुताबिक जारी नहीं किये जा रहे हैं। निवेशकों को अपने निवेश और प्रोजेक्ट्स को विपक्ष शासित राज्यों से बाहर बीजेपी शासित राज्यों में लाने के लिये मजबूर किया जाता है। बीजेपी एजेंसियों और संवैधानिक संस्थानों पर पूरा नियंत्रण चाहती है। वो ईडी प्रमुख, सीबीआई निदेशक, चुनाव आयुक्तों या यहां तक कि देश भर की अदालतों के न्यायाधीशों की नियुक्ति को नियंत्रित करने पर अड़ी हुई है।”
भाजपा को सांप्रदायिक ज़हर से जोड़ते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि- “बीजेपी और आरएसएस (BJP and RSS) ने पिछले 9 सालों में जो सांप्रदायिक जहर फैलाया है, वो अब निर्दोष ट्रेन यात्रियों और मासूम स्कूली बच्चों के खिलाफ घृणा अपराधों में देखा जा रहा है। ये कोई हैरत की बात नहीं है कि जब देश के एक हिस्से में भयानक बलात्कार में शामिल लोगों को रिहा किया जाता है और उन्हें फूल माला पहनाकर स्वागत किया जाता है तो इससे देश के दूसरे हिस्से में भयानक अपराधों और महिलाओं की नग्न परेड को बढ़ावा मिलता है। मोदी जी के भारत में कारगिल के एक बहादुर की पत्नी को भी नहीं बख्शा गया। ये हाशिये पर पड़े लोगों के प्रति भाजपा सरकार की उदासीनता है जिसके चलते उनके नेता गरीब आदिवासियों और दलितों पर पेशाब करते हैं और दोषियों को खुलेआम घूमने के लिये छोड़ दिया जाता है। राज्यों को कर राजस्व के उनके हिस्से से वंचित किया जा रहा है।”
INDIA गठबंधन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि- “हमारी दोनों बैठकों की कामयाबी, पहली पटना में और दूसरी बेंगलुरु में इस बात से मापी जा सकती है कि प्रधान मंत्री ने अपने बाद के भाषणों में न सिर्फ भारत पर हमला किया है, बल्कि हमारे प्यारे देश के नाम की तुलना एक आतंकवादी संगठन से भी की है।”