न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को कहा कि विपक्ष के नकारात्मक रुख से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है। संसदीय दल की बैठक में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों का आचरण दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि उन्होंने संसद में गतिरोध पैदा किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की न तो बहस में दिलचस्पी है और न ही संसद को चलने दे रही है। पीएम मोदी (PM Modi) ने देश में COVID -19 टीकाकरण के मुद्दे पर पिछले सप्ताह बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होने के लिए कांग्रेस की खिंचाई की और दूसरों को भी बैठक में भाग लेने से रोकने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों से कांग्रेस और अन्य पार्टियों के व्यवहार को मीडिया और जनता के सामने बेनकाब करने को कहा। गौरतलब है कि मानसून सत्र के पहले दिन नए मंत्रियों को पेश करने के लिए सदन को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री को विपक्षी नेताओं द्वारा हंगामे के कारण अपना भाषण काटने के लिए मजबूर होना पड़ा।
संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ था। हालांकि, विपक्षी दलों के लगातार हंगामे के कारण संसद कोई कामकाज करने में विफल रही है।
संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) के बारे में बात की। पीएम ने कहा कि लोगों ने हमें आशीर्वाद दिया है और यह लोगों में देश सेवा की भावना पैदा करने का अवसर है। सांसदों से कहा गया कि उन्हें भी यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी इससे जुड़े रहें।
मेघवाल ने कहा, "प्रधानमंत्री ने 2047 में कहा था कि जब हम आजादी के 100 साल पूरे करेंगे, तो हमें लोगों से विचार इकठ्ठा करना होगा कि हम कैसे बेहतरीन बेंचमार्क हासिल कर सकते हैं और अगले 25 सालों के लिए एक कार्य योजना बना सकते हैं।"