न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): Opposition Meet in Patna: 2024 के लोकसभा चुनावों में एकजुट विपक्षी मोर्चे की वकालत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि- “कांग्रेस की विचारधारा कभी भी बिहार से अलग नहीं हो सकती”। उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी ने देश भर के विपक्षी नेताओं को एक साथ लाने में अहम भूमिका निभाई। खड़गे ने कहा कि, “अगर हम बिहार जीतेंगे तो हम भारत जीतेंगे।” खड़गे संयुक्त विपक्ष की बैठक से पहले पटना में कांग्रेस कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 18 विपक्षी दलों की पहली संयुक्त बैठक आज पटना में हो रही है। इस कार्यक्रम में एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (CM MK Stalin) समेत कई विपक्षी नेता शामिल हो रहे हैं।
इस बीच बैठक में आम आदमी पार्टी ने अध्यादेश के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और एक विपक्षी दलों के रूख़ को लेकर पक्ष साफ करने को कहा। माना जा रहा है कि अगर इस मुद्दे पर बैठक में बेरूख़ी दिखायी गयी आम आदमी पार्टी इस बैठक से वॉकआउट कर सकती है। इसके साथ ही इस बैठक से ठीक पहले टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा (TMC leader Yashwant Sinha) ने ट्विटकर लिखा कि- अभी एक साल पहले जब राष्ट्रपति पद के लिये चुनाव हो रहा था तो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मेरा टेलीफोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा। आज वो विपक्षी एकता के मशाल वाहक हैं। लोकसभा चुनावों से ठीक 12 महीने पहले उनका हृदय परिवर्तन अज़ब है।
ये विपक्षी दिग्गज है बैठक में शामिल
1. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा सांसद के सी वेणुगोपाल (K C Venugopal) और राहुल गांधी
2. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार
3.शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे
4. अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) के साथ पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी
5. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन
6. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)
7. आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा
8. सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury)
9. नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला
10. डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन
11. पीडीपी नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती
बैठक पर चुटकी लेते हुए भाजपा नेता जयशंकर प्रसाद (BJP leader Jaishankar Prasad) ने कहा कि- विपक्ष जो बारात 2024 में निकालने वाला है, उसका दूल्हा कौन होगा? विपक्षी पार्टियां पटना में नीतीश कुमार की मेहमाननवाज़ी का लुत्फ उठाये, लिट्ठी चोखा खाये, साथ फोटो खिंचवाये और अपने अपने मुकाम पर रवाना हो जाये। अगले साल पीएम पद के लिये कोई वैकेंसी खाली नहीं है। इस बैठक से कुछ निकलने वाला नहीं है।
इस बैठक को लेकर जम्मू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कहा कि- “जब धारा 370 लागू हुई थी तब श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध किया था और कहा कि इस देश में2 विधान, 2 निशान और 2 प्रधान नहीं चलेंगे। इसके लिए वे सत्याग्रह करते-करते जम्मू-कश्मीर तक पहुंचे, यहां उन्हें धोखे से गिरफ्तार कर लिया गया। हम सब जानते हैं उनकी हत्या कर दी गई थी। आज उनकी आत्मा बहुत सुकून से होगी क्योंकि 5 अगस्त 2019 को मोदी जी ने धारा 370 निरस्त कर दिया। आज पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है। सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर आ रहे हैं और संदेश देना चाहते हैं कि हम भाजपा और मोदी जी को चुनौती देंगे। मैं विपक्ष के नेताओं को कहना चाहता हूं कि कितने भी हाथ मिला लो आप एक साथ नहीं आ सकते हैं और आ भी गए तो 2024 में मोदी जी का 300 से ज्यादा सीटों के साथ आना तय है।”
वहीं दूसरी ओर सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने इस बैठक को लेकर कहा कि- “ये एक अच्छी पहल है। बैठक में जो भी तय होता है उसके बाद बसपा, लोकदल और सुभासपा जैसी पार्टियों को साथ लेने की पहल हो। सभी पार्टियां मिलकर मायावती को समझाएं अगर वे नहीं मानती हैं तो उन्हें प्रधानमंत्री बना लें”