न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): विपक्ष के इंडियन नेशनल डेवपलमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) गठबंधन के सांसदों का 21 सदस्यीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर (Manipur) के हिंसा प्रभावित इलाकों और राहत शिविरों के दो दिवसीय दौरे के लिये आज (29 जुलाई 2023) इंफाल पहुंचा। ये यात्रा मणिपुर मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन की ओर से लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहुप्रतीक्षित चर्चा से पहले हो रही है। इसका मकसद मोदी सरकार पर दबाव बढ़ाना भी है, जो कि मणिपुर के हालातों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वत: संज्ञान वाले बयान की विपक्ष की मांग को टाल रही थी। मणिपुर दौरे पर गये प्रतिनिधिमंडल में 16 पार्टियों के सांसद शामिल हैं।
मणिपुर दौरे पर रवाना होने से पहले प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने दो दिवसीय यात्रा को शांति मिशन बताया। दौरे की शुरूआत करने से पहले राजद सांसद मनोज झा (RJD MP Manoj Jha) ने कहा कि- “हम मणिपुर में लोगों से मिलेंगे और उनकी बात सुनेंगे। ये साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट के लिये काफी अहम है।” इस बीच भाजपा शासित केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Congress MP Adhir Ranjan Chowdhary) ने बयान दिया कि विपक्ष के दबाव के बाद केंद्र अब जाग गया है। उन्होंने कहा कि, ”इस मुद्दे पर राजनीति मत करो…अब तक पीएम ने मणिपुर जाने की भी कोशिश की। आज विपक्ष के झटके के बाद केंद्र जाग गया है।”
मणिपुर घाटी में रहने वाले मैतेई लोगों के लिये एसटी दर्जे की मांग पर मणिपुर उच्च न्यायालय की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि साल 2013 से समुदाय की ओर से पेश किया गये कई अनुरोधों के बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इस अदालती फरमान की वज़ह से राज्य के पहाड़ी इलाकों में आदिवासी समूहों की ओर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। 3 मई को जिलों में जातीय हिंसा का सिलसिला शुरू हुआ, जिसने राज्य को गहरे संकट में डाल दिया है।
I.N.D.I.A. गठबंधन के सांसदों के 21 सदस्यीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल की मणिपुर यात्रा के बारे में बात करते हुए, कांग्रेस नेता हरीश रावत (Congress leader Harish Rawat) ने कहा कि, “ये देश के लोगों की ओर से मणिपुर के लोगों के प्रति एक इशारा है कि हम किसी को अन्याय करने की मंजूरी नहीं देंगे।”
बता दे कि प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और उनकी पार्टी के सहयोगी गोगोई, कोडिकुन्निल सुरेश और फूलो देवी नेताम के अलावा टीएमसी की सुष्मिता देव, जेएमएम की महुआ माजी, डीएमके की कनिमोझी, एनसीपी के मोहम्मद फैजल, आरएलडी के जयंत चौधरी, राजद के मनोज कुमार झा, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन और वीसीके के टी तिरुमावलवन शामिल होंगे।
इसी मुद्दे पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आज (29 जुलाई 2023) कहा कि- “मणिपुर में जातीय संघर्ष भारत की छवि को खराब कर रहा है और सभी पार्टियों को इसे खत्म करने के लिये शांतिपूर्ण समाधान खोजने की कोशिश करनी चाहिए।
जातीय हिंसाग्रस्त मणिपुर में जमीनी हालातों का आकलन करने के लिये विपक्षी गुट इंडिया के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल इंफाल पहुंचा है। हम यहां जातीय संघर्ष के पीड़ितों से मिलने और समस्या को समझने आये हैं। हम जल्द से जल्द हिंसा का खात्मा और शांति की बहाली चाहते हैं…पूरी दुनिया देख रही है कि मणिपुर में क्या हो रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “जातीय झड़पों ने मणिपुर, पूर्वोत्तर क्षेत्र और पूरे भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया है। हम सभी को शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रयास करना होगा। हम यहां कोई राजनीति नहीं करने आये हैं। हमारे यहां पहुंचने के बाद प्रतिनिधिमंडल राहत शिविरों में कुकी समुदाय के पीड़ितों से मिलने के लिये चुराचांदपुर गया, जहां ताजा हिंसा हुई है।”
सासंदों के प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा मुहैया करवा रहे एक अधिकारी ने कहा कि- “इंफाल से सुरक्षा कारणों के चलते प्रतिनिधिमंडल को चुराचांदपुर (Churachandpur) के लिये हेलिकॉप्टर से भेजा गया। चूंकि सिर्फ एक हेलिकॉप्टर मौजूद है, प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को दो टीमों में बांटा गया और हेलिकॉप्टर उन्हें लाने-ले जाने के लिये दो बार उड़ान भरेगा।”