LIC का IPO लाने के मामले पर पी.चिदंबरम ने केन्द्र सरकार की मंशा पर उठाये सवाल

नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांता पांडे ने बीते बुधवार (27 अप्रैल 2022) को कहा कि जीवन बीमा निगम (LIC) 4 मई को अपना प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) शुरू करने के लिये तैयार है और ये 9 मई तक बोली लगाने वालों के लिये खुला रहेगा। एलआईसी के आईपीओ का साइज़ देश में अब तक जारी सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम होगा।

अब मामले पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (Former Finance Minister P Chidambaram) ने मीडिया से बातचीत करते हुए वित्तीय वर्ष की शुरुआत में इसे सामने लाने के लिये सरकार की ‘हताशा’ पर सवाल उठाया है। एलआईसी आईपीओ के बारे में अपना सोच का खुलासा करते हुए पी. चिदंबरम ने कहा कि, “आईपीओ करने का ये गलत वक़्त है। पहले आपने आईपीओ के आकार में कटौती की और पेशकश की कीमत भी कम कर दी। दोनों इशारा करते हैं कि ये आईपीओ लाने अनुकूल समय नहीं है।”

चिदंबरम ने इसके अलावा ये भी सवाल उठाया कि सरकार ने 31 मार्च, 2022 की समय सीमा खत्म होने के बाद एलआईसी आईपीओ लाने का फैसला क्यों किया।

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि, “वे (केन्द्र सरकार) दावा करते हैं कि प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) संग्रह मजबूत है, फिर नये वित्तीय वर्ष (Financial Year) के पहले महीने में आईपीओ लाने की क्या हताशा थी? आम तौर पर अप्रैल और मई के महीनों के दौरान पैसे की कमी नहीं होती है। नये वित्तीय वर्ष की शुरूआत के साथ सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं होती हैं। अगर आपके पास संसाधनों की कमी है तो आप इसे बाद में कर सकते हैं। मुझे लगता है कि आईपीओ लाने का ये पूरी तरह से गलत समय है।”

बता दे कि पॉलिसीधारकों को प्रति इक्विटी शेयर (Equity Share) पर 60 रुपये की छूट मिलेगी। रिटेल और कर्मचारियों को 40 रुपये की छूट मिलेगी। एलआईसी ने आईपीओ के लिये अपना प्राइस बैंड 902 रुपये से 949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया।

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