एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): इमरान खान (Imran Khan) के ‘विदेशी साजिश’ के इल्ज़ामों को लेकर पाकिस्तान सेना (Pakistan Army) ने बीते गुरुवार (14 अप्रैल 2022) को बड़ा बयान दिया। पाकिस्तानी सेना ने पूर्व पीएम इमरान खान के उस आरोप को साफ तौर पर खारिज किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिये विदेशी साजिश रची गयी थी।
विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) से पहले इमरान खान ने आरोप लगाया था कि अमेरिका ने उनकी सरकार गिराने की साजिश रची है। इमरान खान के इस आरोप को अब सेना ने खारिज कर दिया है। इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (National Security Committee) के अधिकारियों को विदेशी साजिश के बारे में एक खत भी दिखाया था।
खत को लेकर सुरक्षा समिति ने इस बात से इनकार किया है कि खत में साजिश जैसी कोई बात थी। पाकिस्तानी मीडिया विंग इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (Inter Services Public Relations) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार (Major General Babar Iftikhar) ने गुरुवार को कहा कि पिछले महीने पाकिस्तान राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के बाद जारी बयान में साजिश शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
बता दें कि इमरान खान ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 27 मार्च को इस्लामाबाद (Islamabad) में एक विशाल रैली को संबोधित किया और रैली के दौरान आरोप लगाया कि उन्हें शीर्ष पद से हटाने के लिये विदेशी सरजमीं से साजिश रची जा रही है। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले उन्होंने देश को संबोधित करते हुए सीधे तौर पर अविश्वास प्रस्ताव के लिये अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया।
इमरान खान ने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि वाशिंगटन (Washington) ने उनके निष्कासन का समर्थन किया क्योंकि वो अमेरिका (America) की इज़ाजत के बगैर रूस (Russia) गये थे। हालांकि अमेरिका ने इमरान खान के इन आरोपों का खंडन किया था।
बता दे कि इमरान खान 24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) से मिलने मास्को पहुंचे और उसी दिन रूस ने यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। सेना के प्रवक्ता जनरल बाबर इफ्तिखार ने अमेरिका पर इमरान खान के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
गौरतलब है कि इमरान खान को बीते रविवार (10 अप्रैल 2022) पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (National Assembly of Pakistan) में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से हटा दिया गया था और अब शाहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) देश के नये प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले साल 2018 में जब इमरान खान सत्ता में आये थे तो ये भी चर्चा थी कि उन्हें सत्ता में लाने में सेना का बड़ा योगदान है, हालांकि दोनों इस बात से इनकार करते रहे हैं।
इमरान खान के आरोपों के बाद सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (Pakistan Army Chief General Qamar Javed Bajwa) ने भी अमेरिका के साथ अच्छे संबंध बनाने की बात कर मामले को संभालने की कोशिश की थी।