एजेंसियां/न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): पाकिस्तान (Pakistan) तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) उमर अता बंदियाल (Umar Ata Bandial) से ज़मान पार्क के हालातों पर ध्यान देने की गुज़ारिश की है क्योंकि पुलिस देश के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान (Imran Khan) को गिरफ्तार करने की लगातार कोशिश कर रही है। पीटीआई नेता ने सीजेपी से तुरन्त पुलिस कार्रवाई रोकने का आग्रह किया।
चौधरी ने आरोप लगाया कि आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) खुलेआम इमरान खान को धमकी दे रहे हैं। खान ने कहा कि, “एक ओर उन्होंने [सरकार] ने चुनाव के लिये सुरक्षा मुहैया कराये जाने से इनकार कर दिया, जबकि इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस की बड़ी टुकड़ी ज़मान पार्क रवाना कर दी” खान ने दावा किया कि खान की गिरफ्तारी के लिये पुलिस को हेलीकॉप्टर भी दिये गये थे।
पीटीआई (PTI) नेता ने पंजाब सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी पर लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, जबकि वो (पाकिस्तान सरकार) चुनाव कराने के लिये पैसा नाकाफी होने का रोना रो रहे हैं।
बता दे कि इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिय बीते मंगलवार (14 मार्च 2023) को लाहौर के जमां पार्क इलाके (Lahore’s Zaman Park Area) में उनके घर पर पहुंची, इस दौरान पुलिस टीम को पीटीआई समर्थकों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने पुलिस कर्मियों को दूर रखने के लिये आंसू गैस और पानी की बौछारों का सहारा लिया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf) के कार्यकर्ताओं ने 11 घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस को उलझाये रखा।
मंगलवार की रात जमान पार्क में बड़ी तादाद में इमरान समर्थकों के आने से सुरक्षाकर्मियों को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। आधी रात तक पुलिस के लगभग 30 लोग झड़प में बुरी तरह घायल हुए थे। गहमागहमी के दौरान कम से कम 15 पीटीआई कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
इस बीच इमरान खान ने संघीय सरकार पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के खिलाफ सभी मामलों को खत्म करने के लिये “लंदन योजना” के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी की प्लानिंग बनाने का आरोप लगाया।
अपने वीडियो संदेश में खान ने कहा कि, “ये लंदन की प्लानिंग का हिस्सा है और इमरान को जेल में डालने, पीटीआई को गिराने और नवाज शरीफ के खिलाफ सभी मामले खत्म करने के लिये वहां एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गये हैं।”