एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): पाकिस्तान की सेना (Pakistan Army) ने बीते सोमवार (1 अगस्त 2022) को कहा कि बलूचिस्तान (Balochistan) में बाढ़ राहत अभियान के दौरान सेना से हेलीकॉप्टर का एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया। मामले पर पाकिस्तान सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि ”हेलीकॉप्टर में 12 कोर कमांडर समेत 6 लोग सवार थे।”
पुलिस अधिकारी परवेज उमरानी (Police Officer Parvez Umrani) ने मीडिया को बताया कि हेलीकॉप्टर छह घंटे से ज़्यादा समय से लापता है और बचाव अभियान शुरू होने के बाद से हेलिकॉप्टर का कोई अता पता नहीं है। खराब मौसम के कारण रूकने के बाद आज (2 अगस्त 2022) सुबह खोज फिर से शुरू होगी।
इस घटना को चिंताजनक बताते हुए प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ (Prime Minister Shahbaz Sharif) ने बाढ़ से विस्थापित लोगों के लिये मदद की कमी पर प्रांतीय नागरिक अधिकारियों की आलोचना की। बाद में उन्होंने ट्वीट किया कि, “पूरा मुल्क अल्लाह से प्रार्थना करता है कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये तैनात हुए लापता देश के इन बेटों की सुरक्षित वापसी हो जाये।”
पाकिस्तान आपदा प्रबंधन एजेंसी के मुताबिक असामान्य मानसूनी बारिश के बाद दक्षिणी पाकिस्तान बाढ़ की चपेट में है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गये हैं और कई घर बह गये हैं। बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिक प्रशासन पाकिस्तान की सेना पर बहुत ज़्यादा निर्भर करता है क्योंकि ये मुल्क की सबसे शक्तिशाली संस्था है।
बलूचिस्तान में कम से कम 136 लोगों की मौत के साथ सामान्य से ज़्यादा मानसूनी बारिश और घातक बाढ़ प्रांत में कहर बरपा रही है, ये इलाका जातीय और सांप्रदायिक हिंसा से लगातार जूझता रहा है। हालांकि किसी भी आतंकवादी समूह ने इलाके में किसी हेलीकॉप्टर पर हुए किसी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन खुफिया अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि मामले हमला हुआ था या नहीं।