एजेंसियां/न्यूज डेस्क (निकुंजा वत्स): पाकिस्तान (Pakistan) ने आज (23 मार्च 2022) कहा कि वो भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ रिश्ते बेहतर करना चाहता है। साथ ही सभी लंबित विवादों को सुलझाना भी उसकी प्राथमिकता सूची में है। नई दिल्ली में पाकिस्तान के प्रभारी आफताब हसन खान (Aftab Hasan Khan) ने जोर देकर कहा कि क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता के लिये जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के मूल मुद्दे को सुलझाना जरूरी है।
पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) ने हाल ही में प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि, “चार्ज डी’एफ़ेयर्स ने जोर दिया कि पाकिस्तान भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ पारस्परिक रूप से तालुक्कात बेहतर करना चाहता है साथ बातचीत और कूटनीति के शांतिपूर्ण माध्यम से सभी बचे और लंबित विवादों को हल करने में विश्वास करता है। इलाके में स्थायी शांति और स्थिरता के लिये संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के प्रस्तावों और कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के मूल मुद्दे को हल करना बेहद जरूरी है।”
भारत ने कई मौकों पर कहा है कि वो पाकिस्तान के साथ बेहतर पड़ोसी वाले संबंध बनाना चाहता है। भारत का लगातार रुख रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों को आतंकवाद और हिंसा मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिये। इस पर नई दिल्ली ने कहा है कि इस तरह के अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को इस्लामाबाद प्रायोजित करता रहा है। जिसकी वज़ह से दोनों ओर का सामान्य व्यापार, कनेक्टिविटी और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान गाहे-बगाहे प्रतिबंधित होता रहा है। विदेश मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक भारत को बदनाम करने के लिये पाकिस्तान शत्रुतापूर्ण और मनगढ़ंत प्रचार करता रहा है।
पिछले साल दोनों देशों ने सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (DGMO) के बीच संघर्ष विराम समझौते (Ceasefire Agreement) का रिन्यूवल किया था। कुछ महीनों पहले के दोनों मुल्कों के बीच समझ काफी अच्छी रही, लेकिन पाकिस्तान ने जुलाई 2021 से सीमा पार से घुसपैठ और संघर्ष विराम उल्लंघन के मामले में फिर से सामने आ रहे है।