एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): पाकिस्तान (Pakistan) मुस्लिम लीग-नवाज (Pakistan Muslim League-Nawaz; PML-N) ने डस्का उपचुनाव (Daska by-elections) में धांधली को लेकर पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) की जांच रिपोर्ट के नतीज़ों का हवाला देते हुए इमरान खान और पाकिस्तान के पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। इमरान खान की सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf- PTI) को “धांधली का चैंपियन” बताते हुए पीएमएल-एन ने कहा कि जांच रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि पीटीआई सरकार “वोट-चोरी” में शामिल है।
पीएमएल-एन के सूचना सचिव मरियम औरंगजेब (Maryam Aurangzeb) ने कहा कि रिपोर्ट बेशक इस बात का सबूत है कि इमरान खान डस्का उप-चुनाव में धांधली में “सीधे तौर पर शामिल” थे, उन्होंने कहा कि वो खुद चुनावी धांधली का “प्रोडक्ट” था। मरियम ने आगे सवाल किया कि रिपोर्ट “अधूरी” क्यों थी और असल दोषियों को जिम्मेदारी तय करने से बचा लिया।
मरियम ने आगे कहा कि नियाज़ी (पीएम इमरान खान) के कहने पर मुख्यमंत्री, मंत्रियों और दूसरे लोगों ने डस्का उपचुनाव में काफी सोची समझी साज़िश के तहत धांधली की। उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिये और वाज़िब सज़ा दी जानी चाहिये। सूचना सचिव ने आगे मांग की कि धांधली के जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाये।
दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए मरियम ने कहा कि, हम मांग करते हैं कि डस्का उपचुनाव में धांधली के लिये जिम्मेदार सभी लोगों को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए। इमरान खान और उस्मान बुजदार धांधली के लिये सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं, इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।
इस साल की शुरुआत में मरियम औरंगजेब ने इल्ज़ाम लगाया था कि पीटीआई सरकार के मंत्री "चुनावी धोखाधड़ी मशीनों" के जरिये से अगले चुनावों को लूटने के लिये तैयार है। ऐसे में वो पाकिस्तान के संविधान को रौंदने की कोशिश कर रहे हैं। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक औरंगजेब ने ईवीएम पर अपनी आपत्तियों के बाद ईसीपी को निशाना बनाने के लिये सरकार के मंत्रियों पर हमला किया, जिसे सरकार अगले आम चुनावों में इस्तेमाल करना चाहती थी।
मरियम ने पीटीआई सरकार पर ईसीपी की संवैधानिक ताकतों को छीनने और उन्हें प्रधानमंत्री आवास में ट्रांसफर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।