एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI- Pakistan Tehreek-e-Insaf) की सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) ने बीते रविवार (28 मार्च 2022) को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में किसी भी फैसले पहुँचे से पहले बातचीत के लिये और वक़्त मांगा।
पीएमएल-क्यू सुप्रीमो चौधरी शुजात हुसैन (PML-Q supremo Chaudhary Shujaat Hussain) के साथ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रतिनिधिमंडल की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पीएमएल-क्यू सदस्य और पाकिस्तान के आवास और कार्य मंत्री तारिक बशीर चीमा ने कहा कि कहा, “हम कोशिश करेंगे एक या दो दिन में अपना फैसला लेकर सामने आयेगें। बलूचिस्तान अवामी पार्टी (BAP- Balochistan Awami Party) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQM-P – Muttahida Qaumi Movement-Pakistan) सरकार के अन्य दो सहयोगियों के अपने मुद्दे हैं। हमारे भी कुछ मुद्दे हैं। लेकिन चूंकि हम छोटी सियासी पार्टिआं हैं, इसलिए हमारी इच्छा है कि हम सभी विपक्ष को समर्थन देने के मामले में आपसी फैसला लेते हैं ताकि हमारे पास मजबूत डिफेंस लाइन हो सके।”
पीएमएल-एन और पीएमएल-क्यू के बीच बैठक के बारे में पीएमएल-एन के ख्वाजा साद रफीक (Khwaja Saad Rafiq) ने कहा कि वो पीएमएल-क्यू सुप्रीमों और पार्टी के नेताओं से मिलने आये थे क्योंकि वो पाकिस्तान के मामलों को बेहतर तरीके से जानते हैं। रफीक ने उन खबरों का खंडन किया, जिनमें कहा गया था कि पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ ने चौधरी परवेज इलाही (Chaudhary Parvez Elahi) को पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री कार्यालय की पेशकश करने के विचार को खारिज कर दिया।
चौधरी को पीएमएल-एन से मिले प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए रफीक ने कहा कि वो सिर्फ पीएमएल-क्यू नेतृत्व को समझाने के लिये आये थे कि मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक संकट के मद्देनजर इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार को हटाना जरूरी हो गया है। पीएमएल-एन नेता ने पीटीआई सरकार पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का इल्ज़ाम भी लगाया।
विपक्षी दल पीएमएल-एन के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने पीएमएल-क्यू के नेताओं से उसी समय मुलाकात की, जब पाकिस्तानी पीएम इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस बीच रविवार को सत्तारूढ़ सरकार के सहयोगी जम्हूरी वतन पार्टी (JWP- Jamhoori Watan Party) प्रमुख शाहज़ैन बुगती (Shahzain Bugti) ने सरकार से अलग होने की ऐलान करते हुए कहा कि वो देश के पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग करेंगे।
बुगती ने ऐलान किया कि वो इमरान खान के खिलाफ पेश किये गये अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर विपक्ष का समर्थन करेंगे। इमरान खान की पार्टी को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ सकता है। आज 28 मार्च को बुलाया गया है।
बता दे कि पीटीआई के अगुवाई वाला गठबंधन 179 सदस्यों के समर्थन से बनाया गया था, जिसमें इमरान खान की पीटीआई में 155 सदस्य थे, और चार प्रमुख सहयोगी पार्टियां मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू), बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) है, जिनके पास क्रमशः सात, पांच, पांच और तीन सीटें हैं।