एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): गाजा पर हुये हवाई हमलों में 100 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव अपने चरम (Palestine Israel Confilct) पर है। इस बीच मिस्र के वार्ताकारों ने हिंसा को फैलने रोकने के लिए दोनों पक्षों के साथ व्यक्तिगत मध्यस्थता वार्ता आयोजित की। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सोमवार को इजरायल के हवाई हमले शुरू होने के बाद से अब तक 27 बच्चों सहित कुल 103 लोग मारे गये हैं। अल जज़ीरा ने बताया कि हिंसक झड़प में कुल 580 से ज़्यादा लोग ज़ख्मी हुये हैं।
इज़राइल ने गाजा के उत्तर में तोपखाने के गोले दागना शुरू कर दिया है, हवाई हमलों में कई घरों को तबाह कर दिया गया है। दोनों के बीच चल रही सीमा पार की गोलाबारी और हिंसा में किसी तरह की कोई कमी नहीं आयी है। इससे पहले फिलिस्तीनियों ने गुरुवार को ईद-उल-फितर को छुट्टी के तौर पर माना था। जिसे पर तरह रद्द कर दिया गया है। दूसरी ओर इजरायली सेना ने कहा कि दक्षिण लेबनान से इजरायल की ओर कम से कम तीन रॉकेट दागे गये हैं। इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने ट्वीट किया कि, “थोड़ी देर पहले लेबनान से उत्तरी इजरायल के तट से तीन रॉकेट दागे गए थे।”
लेबनान की ओर से इजरायल पर दागे गये रॉकेटों के मूल स्थान को तलाशा जा रहा है। अल जज़ीरा के मुताबिक उत्तरी इज़राइल की ओर दागे गये रॉकेट रशीदीह शरणार्थी शिविर के आसपास से लॉन्च हुये थे। द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, दर्जनों रॉकेटों के एक भारी बैराज ने अशदोद और अशकलोन शहरों को अपने निशाने पर लिया। जिनमें से कई को एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम (Air Defence System Iron Dome) ने नाकाम कर दिया। इससे एक दिन पहले इज़राइल ने बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को उड़ानों के लिये पूरी तरह बंद कर दिया गया। कई उड़ानों को एहतियातन इलियट के रेमन हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया।
हमास ने कहा कि उसने बाद में उस हवाई क्षेत्र को भी निशाना बनाया। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रही हिंसा इजरायल के निवासियों द्वारा पूर्वी यरुशलम से फिलिस्तीनी परिवारों के संभावित निष्कासन और शहर के सबसे पवित्र स्थलों में से एक तक पहुंचने की जद्दोजहद से उपजे तनाव से ये माहौल बना। पवित्र स्थल इस्लाम, यहूदी और ईसाई धर्म की आस्था का केंद्र बिन्दु है।
दोनों तरफ से रॉकेट हमलों और हवाई हमलों के साथ अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय के चिंतायें लगातार बढ़ रही है। माना जा रहा है कि ये सशस्त्र संघर्ष आमने सामने की लड़ाई में तब्दील हो सकता है। गुरुवार को स्पूतनिक की रिपोर्ट में कहा गया कि संघर्ष बढ़ने के बाद से गाजा पट्टी से इजरायल की ओर करीब 1,750 रॉकेट दागे गये हैं। इस्राइली सेना ने एक बयान में कहा “आज तक गाजा पट्टी से इजरायल में लगभग 1,750 रॉकेट लॉन्च किये जा चुके हैं, जिनमें से लगभग 300 रॉकेटों की उड़ान नाकाम रही।”
इजराइली सेना द्वारा विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को जब येरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद (Al-Aqsa Mosque of Jerusalem) पर छापा मारकर बेदखल किया गया, उसके बाद से संघर्ष काफी बढ़ गया। इस प्रकरण में कई फिलिस्तीनियों और पुलिस अधिकारी बुरी तरह घायल हुये। जिसके बाद फिलिस्तीन ने ज़वाबी कार्रवाई की। हमास ने ये कार्रवाई यरुशलम के शेख जर्राह में इस्राइली हमला करने और अल-अक्सा मस्जिद के प्रकरण के बाद शुरू की। द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार,आने वाले हफ्तों में कुल मिलाकर 70 से ज़्यादा फिलिस्तीनियों को शेख जर्राह इलाके से बेदखल किया जाएगा, जिनकी जगह दक्षिणपंथी यहूदी लेंगे। इसके साथ ही इस्राइली सेना आईडीएफ ने उन हमास कमांडरों की तस्वीरें भी साझा की, जिन्हें हमले में मार गिराया गया। IDF हमले से जुड़ी हर खब़र अपने ट्विटर अकाउंट पर लगातार साझा कर रहा है।