नई दिल्ली (दिगान्त बरूआ): गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प के बाद देश का माहौल काफी गर्म है। आम जनता के बीच चीनी उत्पादों और चीन को लेकर भारी नाराजगी है। दिल्ली दरबार में भी सियासी पारा उफान पर है। सभी राजनेता अपने-अपने तरीके से मामले पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी, आरजेडी और एआईएमआईएम को सर्वदलीय बैठक में न्योता नहीं दिया गया। जिसके चलते ये पार्टियां केंद्र सरकार से खासा नाराज़ नज़र आ रही है। चीन से लगी सीमा पर उभरते हालातों को लेकर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। साथ ही कई और लोग भी मौके को भांपते हुए पॉलीटिकल माइलेज लेने की जुगत में नज़र आ रहे हैं।
हाल ही में राजनीतिक अज्ञातवास झेल रहे पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर करारा तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा कि- BCCI के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा चीनी कंपनी से देश को फायदा, IPL में VIVO से करार नहीं तोड़ेंगे। अरुण धूमल के भाई वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर जी वही नारा एक फिर दुहराएं न प्लीज “देश के गद्दारों को गोली मारो सा…” जिसे मोदी जी भी सुन लें!
जहां एक और देश भर में चीनी निवेश और सामानों के बहिष्कार की बात चल रही है। वहीं बीसीसीआई चीनी कंपनी VIVO की प्रीमियम स्पॉन्सरशिप को लेकर काफी पशोपेश में है। जन भावनाओं के चलते बीसीसीआई अभी तक ये तय नहीं कर पाई है कि, IPL में चीनी कंपनी VIVO की प्रीमियम स्पॉन्सरशिप को जारी रखना है या फिर खारिज करना है। दिलचस्प है कि बीते दिल्ली चुनावों के दौरान वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने विधानसभा प्रत्याशी के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए देश के गद्दारों को गोली मारने की बात कही थी। मौजूदा वक्त में गद्दार कौन है? अब ये भाजपा को ही तय करना है। मामले पर केंद्र सरकार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए, ये स्पष्ट कर देना चाहिए कि चीनी उत्पादों और सेवाओं के बहिष्कार को लेकर मोदी सरकार का क्या पक्ष है? ताकि उसी के आधार पर आम जनता और दूसरे संगठन अपना पक्ष साफ तौर पर निर्धारित कर पाये।