नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): Parliament Monsoon Session Live Updates: आज (31 जुलाई 2023) दोनों सदनों में विरोध जारी रहा। भाजपा सांसद और सदन के नेता पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने राज्यसभा को संबोधित किया और दोपहर 2 बजे मणिपुर (Manipur) के मौजूदा हालातों पर चर्चा का आग्रह किया। इस बीच विपक्ष ने नियम 267 के तहत चर्चा पर जोर दिया। ये नियम हाल ही में संसद सत्र में बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है, नियम 267 के तहत दिये गये किसी भी नोटिस को सभापति की ओर से मंजूर नहीं किया गया है। राज्यों की परिषद (राज्यसभा) में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के मुताबिक नियम 267 के तहत राज्यसभा सांसद सभी लिस्टेड कामों को निलंबित करने और देश के सामने आने वाले अहम मुद्दे पर चर्चा करने के लिये लिखित नोटिस दे सकते हैं।
इसके अलावा सरकार आज लोकसभा में विवादास्पद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) संशोधन पर अध्यादेश ला सकती है, जिसके चलते आम आदमी पार्टी के नेता संसद के बाहर अपना विरोध जतायेगें। हालांकि विधेयक को आज के विधायी कामों के तहत सूचीबद्ध नहीं किया गया है, सूत्रों ने ट्रेंडी न्यूज नेटवर्क को बताया कि ये विधेयक पेश किया जायेगा, लेकिन चर्चा आज के एजेंडे में नहीं है।
बता दे कि 20 जुलाई को सत्र शुरू होने के बाद से संसद नहीं चल पा रही है, विपक्ष इस संकट पर सदन में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग कर रहा है। संसद के भीतर मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिये पीएम मोदी को मजबूर करने के लिये विपक्ष पिछले हफ्ते अविश्वास प्रस्ताव लेकर लाया। अब लोगों का ध्यान अध्यक्ष पर है जो कि प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान के लिये तारीख और वक्त तय करेगें।
मणिपुर के मुद्दे पर टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन (TMC MP Derek O’Brien) ने कहा कि, ”हम मणिपुर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा चाहते हैं। हमारा प्रतिनिधिमंडल मणिपुर गया हैं। ये काफी गंभीर मुद्दा है, प्रधानमंत्री क्यों नहीं आ सकते? हम सभी मणिपुर पर चर्चा के लिये तैयार हैं।”
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन करता दिखा। सदन में लगे ‘हमें इंसाफ चाहिये’ के नारे जमकर लगे।
इसी क्रम राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि, “हम चाहते हैं कि आज (31 जुलाई 2023) दोपहर 2 बजे संसद में मणिपुर पर चर्चा हो। वो (विपक्ष) सदस्यों को दी गयी आज़ादी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिये तैयार है। लेकिन वो (विपक्ष) पहले ही सदन के 9 अहम दिन खराब कर चुके हैं।”
मामले पर अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhary) ने कहा कि, ”अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू न करके सरकार संसद का अपमान कर रही है।”
मोदी सरकार आज लोकसभा में विवादास्पद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) संशोधन पर अध्यादेश को बदलने के लिये विधेयक लायेगी। I
दूसरी ओर NDIA के विपक्षी गठबंधन के सांसद जो कि जातीय हिंसा से घिरे मणिपुर के ज़मीनी हालातों का जायजा लेने के लिये उन्होनें अपने दलों के नेताओं को वहां के हालातों से अवगत करवाया। उन्होंने संसद भवन में मुलाकात की और गठबंधन के सदस्यों के सामने जमीनी हकीकत को उजागर किया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मणिपुर की स्थिति को ‘बेहद गंभीर’ बताया। उन्होंने कहा कि, “अगर सत्ताधारी पार्टी का कोई सांसद वहां जाकर खुद स्थिति को देखेगा तो वो गैरजिम्मेदाराना बयान नहीं देगा।”
बता दे कि बीते वीकेंड 21 विपक्षी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर गया, जहां उन्होनें राहत शिविरों का दौरा किया और हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) समेत INDIA ब्लॉक दलों के कई नेता मौजूद थे।